मास ट्रांजिट सिस्टम होगा लागू  

मेट्रो के लिए कानपुर में विशेष रूप से वल्र्ड क्लास मॉर्डन ‘मास ट्रांजिट सिस्टम’ लागू किये जाने की कवायद है। सर्किट हाउस में यह जानकारी यूपी गवर्नमेंट के एडवाइजर मधुकर जेटली ने मीडिया ब्रीफिंग के दौरान दी। उन्होंने बताया कि मास ट्रांजिट सिस्टम मौजूदा ट्रैफिक व्यवस्था से बेहद सस्ती है। इससे कानपुराइट्स कम समय में सुरक्षित व पॉल्यूशन-फ्री सफर का आनंद उठा सकेंगे।

इसी साल से शुरूआत

वल्र्ड क्लास ट्रैफिक व्यवस्था के लिए डीपीआर तैयार करवाने की कवायद इसी साल से शुरू होगा। हालांकि, इससे पहले केडीए और आईआईटी को सिटी की ट्रैफिक व्यवस्था का एनालिसिस करके शासन को सौंपने की जिम्मेदारी दी गई है। टेक्निकल रिपोर्ट मिलते ही आगे की कार्यवाही शुरू की जानी है। डीपीआर मास्टर प्लान की रूपरेखा तैयार होते ही यह क्लियर हो जागा कि सिटी के किस भाग को मेट्रो सर्विस का लाभ मिल सकेगा।

अंडरग्राउंड और एलिवेटेड रूट

मधुकर जेटली ने बताया कि गवर्नमेंट चाहती है कि पूरे शहर का अधिकांश हिस्सा मेट्रो सेवा का लाभ उठा सके। इसमें कुछ हिस्सा अंडरग्राउंड व कुछ हिस्सा एलिवेटेड होगा। दिल्ली समेत देश के अन्य शहरों अधिकांश मेट्रो एक्सटर्नल असिस्टेंस प्लानिंग को जापान गवर्नमेंट से फाइनेंशियल हेल्प मिली है। भारत सरकार से मंजूरी मिलने पर यह विचार किया जाएगा कि कानपुर की योजना को किस संस्था से मदद ली जाए।

कानपुर समेत अन्य शहरों में भी

स्टेट गवर्नमेंट कानपुर के अलावा यूपी के अन्य शहरों में भी मेट्रो रेल दौड़ाने पर विचार कर रही है। इनमें वाराणसी, आगरा, इलाहाबाद, बरेली, अलीगढ़ और मेरठ प्रमुख रूप से शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यूपी के सभी शहरों में एक जैसी एडवांस-मॉर्डन, पॉल्यूशन-फ्री, सस्ती, सुरक्षित, समय पर पहुंचाने वाली वल्र्ड क्लास ट्रैफिक व्यवस्था लागू करवाये जाने पर सहमति बनी है।