-डिस्ट्रिक्ट मेंटल हॉस्पिटल में ठीक हो चुके पेशेंट्स को कराया जाएगा रोजगारपरक कोर्स

-जिनकी फैमिली नहीं करा रही है डिस्चार्ज, ऐसे पेशेंट्स को सेल्फ डिपेंड बनाने के लिए हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन की एक अच्छी पहल

VARANASI: कल आपको हमने डिस्ट्रिक्ट मेंटल हॉस्पिटल की एक ऐसी स्टोरी से रूबरू कराया था जिसे पढ़ने के बाद आपकी अंतरात्मा हिल उठी होगी। उन फादर पेशेंट्स की स्टोरी, जिन्होंने अपने बच्चों के लिए अपनी खुशी तक को भी दांव पर लगा दिया लेकिन तब शायद उन्हें यह पता नहीं था कि जिस बच्चे का फ्यूचर संवारने के लिए वे सुबह घर छोड़ कर दिन भर भागदौड़ करने के बाद रात में घर पहुंचते हैं, वही बच्चे उन्हें एक दिन घर से ही निकाल देंगे। लेकिन ऐसे पेशेंट्स को अब अफसोस करने की जरूरत नहीं है। वह फिर से अपने पैरों पर खड़ा होकर जिंदगी के बाकी बचे दिन को बड़े ही आराम से काट सकेंगे।

नॉर्मल पेशेंट्स सीख सकते हैं वर्क

डिस्ट्रिक्ट मेंटल हॉस्पिटल में फैमिली मेंबर्स के इंतजार में कई साल गुजारने वाले ऐसे पेशेंट्स को चिन्हित किया जा रहा है जो बिल्कुल नॉर्मल हो चुके हैं। इन्हें आगे की लाइफ को जीने के लिए अब एक हुनर की तलाश है। हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन अस्पताल के अंदर ही रोजगारपरक कोर्स स्टार्ट करने जा रहा है। इसमें पूरी तरह से ठीक हो चुके पेशेंट्स को कई तरह के हुनर सिखाए जाएंगे। जिससे कि पेशेंट्स अपने पैरों पर खड़ा होकर जिंदगी काट सकें।

तब पेशेंट्स हो जाएंगे डिस्चार्ज

जो पेशेंट्स बिल्कुल ठीक हो चुके हैं, उनकी फैमिली को डिस्चार्ज लेटर भी भेजा गया है लेकिन वे हॉस्पिटल में अपने इन पेशेंट्स को लेने नहीं आ रहे हैं। ऐसे में अगर पेशेंट्स कहते हैं कि वह अपनी लाइफ अकेले ही काट सकते हैं तो उनका डॉक्टर्स की टीम द्वारा अच्छे से चेकअप कर ट्रेड में एंट्री दी जाएगी। कुछ मंथ बाद जब पेशेंट्स उस वर्क में स्पेशलिस्ट हो जाएंगे तो उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।

फैमिली के लिए होगा करारा प्रहार

इसके लिए ज्यूडिशियल बोर्ड से राय मशविरा किया जा रहा हैं। ज्यूडिशियल टीम भी इस पर विचार कर रही हैं। ऐसा अगर हो जाएगा तो फिर मेंटल पेशेंट्स ठीक होने के बाद अपनी लाइफ खुद काट सकेंगे। जो उनके सेलफिश फैमिली के लिए एक करारा प्रहार भी होगा। क्योंकि हॉस्पिटल में ऐसे पेशेंट्स की तदाद कुछ अधिक है जिनकी फैमिली उन्हें डिस्चार्ज नहीं करा रही है।

ज्यूडिशियल टीम को यह प्लैन बताया गया है। जिस पर टीम विचार भी कर रही है। पूरी तरह से ठीक हो चुके पेशेंट्स को रोजगारपरक वर्क हॉस्पिटल में ही सिखाया जाएगा। जिससे कि वह सेल्फ डिपेंड हो सकें।

-डॉ। सुनील श्रीवास्तव

डायरेक्टर, डिस्ट्रिक मेंटल हॉस्पिटल