RANCHI: रिम्स में लोग इलाज कराने आते हैं। लेकिन इन दिनों रिम्स में इलाज कराना मरीजों को महंगा पड़ रहा है। फ्लोर में लगे मेटल प्लेट्स मरीजों से लेकर परिजनों तक के लिए जी के जंजाल बन गए हैं। नजर हटी और लोग चोटिल हो रहे हैं। वहीं रिम्स के अधिकारियों का भी हर दिन इस रास्ते से गुजरना हो रहा है। इसके बावजूद प्लेट को हटाने की कोई पहल नहीं की जा रही है। ऐसे में सवाल उठता है क्या किसी बड़े हादसे के बाद ही अधिकारियों की नींद खुलेगी।

पाइपलाइन के गड्ढे किये थे कवर

वार्डो में ड्रेनेज की पाइपलाइन बिछाने के लिए कुछ गढ्डे किए गए थे, जिसे लोहे के प्लेट लगाकर कवर किए गए हैं। ताकि मरीजों की ट्राली आसानी से निकल जाए और उन्हें झटका भी न लगे। गढ्डों को कवर करने के लिए हजारों रुपए भी खर्च किए गए थे। लेकिन एक महीने के अंदर ही ये मेटल प्लेट्स उखड़ गए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे व्यवस्था सुधारने के नाम पर लूट मची हुई है।

रिम्स आने वाले मरीजों की बढ़ी परेशानी

वार्ड में ले जाते वक्त मरीजों को झटके से बचाने के लिए ये प्लेट्स लगाए गए थे। लेकिन उखड़ चुके ये प्लेट्स अब मरीजों का दर्द और बढ़ा रहे हैं। अब भी वार्डो में जाते वक्त उन्हें पहले की तरह ही झटके लग रहे हैं। वहीं परिजनों को भी इसकी वजह से असहनीय दर्द झेलना पड़ रहा है। लोग रिम्स में इलाज कराने के लिए आ रहे हैं, लेकिन गहरे चोट लेकर वापस जा रहे हैं।

वर्जन

ऐसी कोई कंप्लेन तो फिलहाल नहीं मिली है। अगर मेटल प्लेट्स उखड़ गए हैं, तो इसे दुरुस्त कराने की जरूरत है। सोमवार को इस मामले को देखा जाएगा और तत्काल दुरुस्त भी कराया जाएगा।

-डॉ। संजय कुमार, डीएस, रिम्स