10
डिवीजन से मॉनीटर होती है प्रयागराज में आपूर्ति
80
जिले में रन कर रहे उपकेन्द्रों की कुल संख्या
53
उपकेन्द्रों से शहर में होती है बिजली सप्लाई
03
डिवीजन में शुरू हुआ आनलाइन बिलिंग का ट्रायल
16
लाख है प्रयागराज की आबादी
1.50
लाख घर हैं नगर निगम एरिया में
मीटर रीडिंग में हेराफेरी और बिजली चोरी रोकने की पॉवर कारपोरेशन की पहल
टैगोर टाउन, करेली और कल्याणी देवी उपकेन्द्र एरिया में एप से रीडिंग का ट्रायल
prayagraj@inext.co.in
PRAYAGRAJ: यह खबर उन लोगों के लिए शाकिंग हैं जो चोरी से बिजली का उपयोग करते हैं. उन लोगों के लिए खुशखबरी है जो मीटर रीडर के अनाप-शनाप कारनामों का खामियाजा भुगतने पर मजबूर होते हैं. उन लोगों के लिए सुकून भरी है जो मीटर रीडिंग के चक्कर में हर महीने उपकेन्द्र का चक्कर लगाने पर मजबूर होते हैं. पॉवर कारपोरेशन ने इस प्राब्लम के साल्यूशन के लिए एप डेवलप किया है. इसके चलते मीटर रीडर के आपके घर पहुंचने से लेकर बिल बनाने तक की पूरी प्रक्रिया आनलाइन हो जायेगी. इससे चोरी का भी पता चल जायेगा और विभाग को चूना लगाने वालों की भी पोल खुलकर सामने आ जायेगी. विभाग आस लगाए बैठा है कि इससे बिलिंग में गड़बड़ी के मामले कम हो जाएंगे और पब्लिक की हर शिकायत घर बैठे दूर हो जाएगी.
बिल बनाने समय मीटर रीडर रहेगा आनलाइन
पॉवर कारपोरेशन ने जो नई व्यवस्था लागू की है उससे मीटर रीडिंग के लिए आपके यहां पहुंचने वाला निजी कंपनी का इम्प्लाई मोबाइल एप से आनलाइन रहेगा. महीने में एक दिन आपके घर पहुंचेगा और आपके मीटर की फोटो क्लिक करेगा. मीटर की फोटो एप पर अपलोड होते ही पूरा डेटा संबंधित उपकेन्द्र तक पहुंच जाएगा. इसके चंद मिनट के भीतर उपभोक्ता की पूरी डिटेल आनलाइन मोबाइल पर आ जायेगी. इसके बाद रीडर बिल बनायेगा. इससे दो फायदे होंगे. एक तरफ जहां कंज्यूमर द्वारा मीटर रीडिंग में खेल की कम्प्लेन दूर हो जाएगी. दूसरी तरफ मीटर रीडिंग में हेर-फेर करने वाले कर्मचारियों की मनमानी खत्म हो जाएगी.
शहर के तीन खंडों से हुई शुरुआत
प्रयागराज में इलेक्ट्रिसिटी मीटर की फोटो लेकर एमआरआई निकालने और फिर तत्काल बिल निकालकर कंज्यूमर को दिए जाने की शुरुआत प्रयागराज में भी कर दी गई है. फर्स्ट फेज में बिजली विभाग के तीन खंडों करैली, कल्याणी देवी और टैगोर टाउन में ट्रायल चल रहा है. इन तीनो एरिया में रहने वाले लोगों के घरों तक रीडिंग लेने के लिए मीटर रीडर मोबाइल पर डिटेल अपलोड कर रहा है.
ऐसे होगी फोटो मीटर रीडिंग
रीडिंग लेने वाले कर्मचारी पहले मीटर का फोटो खींच कर एप पर अपलोड करेंगे
यह तस्वीर तत्काल संबंधित बिजली कार्यालय में ऑनलाइन पहुंच जाएगी
जोन में बैठे कर्मचारी फोटो के बेस पर कर्मचारी के रीडिंग एप पर डाटा भेजेंगे
इसके बाद ओरिजिनल बिल मशीन में फीड करके रीडर बिल बनाकर कस्टमर को सौपेंगे
फोटो मीटर रीडिंग मशीन में कई महीने के रिकार्ड सेव रहेंगे
उपभोक्ता द्वारा क्लेम करने पर इसे एवीडेंस के तौर पर यूज किया जायेगा
योजना का फायदा-नुकसान
मशीन से मीटर की फोटो खींचे जाने से मीटर रीडर गड़बडी नहीं कर पाएंगे.
मीटर की रीडिंग को कम करके बिल देने की शिकायतें भी दूर होंगी.
घर पहुंचे बिना कोई भी डाटा फिड करके बिल बना देने की शिकायतों पर लगेगा लगाम
मीटर रीडर की मनमानी पर कसेगी नकेल, उपभोक्ताओं को होगा फायदा
बिजली विभाग को शिकायतों की संख्या कम हो जाने का अनुमान है
बिना स्पॉट विजिट किये कोई भी डाटा फीड करके बिल बना देने जैसी शिकायतों से निबटने के साथ मीटर रीडिंग में हेरा-फेरी करने वाले कर्मचारियों की मनमानी खत्म करने के लिए ही फोटो मीटर रीडिंग योजना की शुरुआत हुई है. फिलहाल तीन जोन में इस सिस्टम से काम होने लगा है. जल्द ही सभी जोन में इसे लागू किया जाएगा.
-एमसी शर्मा
चीफ इंजीनियर, पॉवर कारपोरेशन