- केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ की मदद होगी कम

LUCKNOW: मेट्रो ट्रेन के लिए तीन कंपनियों को टेक्निकल बिड के लिए चुना गया है। ब्रिटेन की नाइट फ्रैंक, लुईस बर्जर और फीडबैक वेंचर। यह कंपनी तय करेंगी कि मेट्रो स्टेशन और फाइनेंशियल मैनेजमेंट कैसे किया जाए। अगस्त में इन कंपनियों में से एक का सेलेक्शन किया जाएगा। जो कि फाइनेंशियल बिड पर डिपेंड करेगा कि कौन कंपनी कितने कम खर्च पर काम करेगी। केन्द्र सरकार ने भी बजट में लखनऊ मेट्रो के लिए क्00 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है, हालांकि यह एमाउंट काफी कम है।

फ्भ्00 करोड़ रुपये के लोन की जरूरत होगी

यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक से लखनऊ मेट्रो के नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर के लिए करीब क्म्00 करोड़ रुपये लोन मिल सकता है। एलएमआरसी के एमडी राजीव अग्रवाल ने भरोसा जताया है कि निश्चित तौर पर ईआईबी के अधिकारी इस परियोजना को लोन देने के लिए पॉजिटिव हैं। मेट्रो के नार्थ-साउथ कॉरिडोर के लिए तय किए गए म्800 करोड़ रुपये के कुल बजट में लगभग फ्भ्00 करोड़ रुपये के लोन की जरूरत होगी।

भूमिगत मेट्रो के लिए काम फरवरी से

चारबाग से हजरतगंज के बीच भूमिगत मेट्रो रूट के निर्माण कार्य के लिए टेंडर अगले महीने तक कर दिया जाएगा। काम की शुरुआत अगले साल फरवरी में हो जाएगी। इससे पहले इस साल सितंबर तक ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग के बीच उपरिगामी ट्रैक का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। अभी तक पहले आठ किलोमीटर को लेकर सरकार और लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की ओर से मेट्रो संचालन की डेडलाइन तय की गई थी। मेट्रो के एमडी राजीव अग्रवाल ने बताया है कि भूमिगत मेट्रो का निर्माण कार्य फरवरी से शुरू हो जाएगा। इस संबंध में एलएमआरसी बोर्ड में टेंडर करने का अनुमोदन दे दिया गया है। इतना ही नहीं, अमौसी से मुंशीपुलिया के बीच इस रूट पर पांच स्टेशनों को लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन स्टेशनों की डिजाइनिंग में लखनवी तहजीब और वास्तु का भी ख्याल रखा जाएगा।