- एयरपोर्ट के सौ मीटर के दायरे में बनेगा मेट्रो टर्मिनल

- अमौसी से चारबाग तक मेट्रो कोरिडोर के नीचे ग्रीन डिवाइडर बनेगा

LUCKNOW: चौधरी चरण सिंह अमौसी एयरपोर्ट आने जाने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट परिसर में ही मेट्रो की सुविधा मिल सकेगी। यहां सौ मीटर के दायरे में एयरपोर्ट के पास ही मेट्रो का टर्मिनल बनेगा। मेट्रो स्टेशन बनने के बाद मेट्रो को पकड़ने के लिए लोगों को ज्यादा दूर नहीं चलना होगा। वहीं एयरपोर्ट से सात सौ मीटर दूरी पर अमौसी में मेट्रो स्टेशन बनेगा। अमौसी से एयरपोर्ट तक मेट्रो भूमिगत जाएगी। इसके लिए एलएमआरसी के प्लान का परीक्षण के लिए एयरपोर्ट एथॉरिटी ने राइट्स संस्था को जिम्मेदारी दी है।

सात सौ मीटर की होगी भूमिगत रूट

उसकी रिपोर्ट आने के बाद एयरपोर्ट के फाइनल मास्टर प्लान के अनुसार एलएंडटी निर्माण कार्य शुरू करेगा.यहां से अमौसी तक मेट्रो रूट भूमिगत बनाया जाएगा। इसकी दूरी लगभग सात सौ मीटर होगी। इसके बाद अमौसी से चारबाग तक मेट्रो रूट एलिवेटड रहेगा। एयरपोर्ट परिसर में आने वाली इस भूमि का लेखा-जोखा एलएमआरसी कार्यालय तैयार कर रहा है। मेट्रो स्टेशन बनने के बाद एयरपोर्ट टर्मिनल से बाहर सड़क पर जाने से पहले मेट्रो की सुविधा मिल सकेगी। अभी प्राथमिक सेक्शन ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक मेट्रो का काम हो रहा है। अगले फेज में ट्रांसपोर्ट नगर से अमौसी और फिर अमौसी से एयरपोर्ट तक काम होगा।

अतिक्रमण से बचाओ के लिए ग्रीनरी

अमौसी से चारबाग तक मेट्रो कोरिडोर के नीचे ग्रीन डिवाइडर के रूप में विकसित किया जाएगा। प्राथमिक सेक्शन में इसकी शुरुआत ट्रांसपोर्ट नगर से की जाएगी। इसके विकसित होने से कोरिडोर के नीचे न तो अतिक्रमण हो सकेगा और न ही एक तरफ से दूसरी ओर कोई आ जा सकेगा। जबकि पियर के जरिए एलएमआरसी मेट्रो के लिए कमाई करेगी। इसके लिए पियर्स पर प्रचार की अनुमति मेट्रो प्रदान करेगा।

बुधवार को एलएमआरसी कार्यालय में यह जानकारी देते हुए प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि कोरिडोर के नीचे ग्रीनरी बनाएंगे। कुछ इसी तरह दिल्ली में भी किया गया है। इसके लिए पीडब्लूडी से एनओसी के लिए अनुमति मांगी गई है। वहीं कोरिडोर के माध्यम से मेट्रो अपने आय के साधन भी विकसित करेगा। निदेशक इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड व‌र्क्स दलजीत सिंह ने बताया कि पियर्स पर विज्ञापन लगाने की अनुमति दी जाएगी। इसके लिए संबंधित एजेंसियों से विज्ञापन शुल्क जमा कर मेट्रो की आय बढ़ाने की योजना है। इसके साथ ही अन्य साधन भी विकसित किए जाएंगे।

फाइनेंशियल बिड के लिए एप्रूवल लिया जाएगा

मेट्रो रेल कोच के लिए टेकिन्कल बिड ओपेन होने के बाद इनका परीक्षण किया जा रहा है। निदेशक रोलिंग स्टाक महेंद्र कुमार ने बताया कि क्भ् दिन में एलएमआरसी बोर्ड से फाइनेंशियल बिड के लिए एप्रूवल लिया जाएगा। इसके बाद टेंडर ओपेन करके जुलाई में एजेंसी का चयन किया जाएगा। इससे पहले फडिंग एजेंसी ईआईबी व एएफडी कंपनियों के डाक्यूमेंट का परीक्षण करेगी। इसके लिए बैंक के प्रतिनिधि म्-7 जुलाई को यहां आ रहे हैं। एमडी ने बताया कि मार्च ख्0क्7 में मेट्रो चलाने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत हैं। इसी दिशा में हम काम भी कर रहे हैं। बताया कि दिसंबर से मार्च तक इंट्रीग्रेटड ट्रायल पर मेट्रो चलेगी। इसमें मेट्रो के सिग्नलिंग सिस्टम का परीक्षण किया जाएगा।

केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक भूमिगत मेट्रो

नार्थ साउथ कोरिडोर के अगले चरण में चारबाग से केडी सिंह बाबू स्टेडियम के बीच भूमिगत मेट्रो को लेकर मंगलवार को सिस्ट्रा एजेंसी के साथ बैठक हुई थी। फ्.फ्भ्0 किमी के रूट पर तीन स्टेशनों की डिजायन कन्सल्टेंसी सिस्ट्रा चार महीने में डिजायन तैयार करेगी। अन्य शहरों में मेट्रो को लेकर डीपीआर बनाने का काम तेज शुरू हो चुका है। सबसे पहले कानपुर में मेट्रो का काम शुरू होगा। वहीं वाराणसी में ट्रैफिर सर्वे के बाद इंजीनियरिंग सर्वे कराया जा रहा है। उक्त के अतिरिक्त आगरा व मेरठ में भी डीपीआर अगस्त तक तैयार होगी।