आगरा। शहर की बड़ी समस्याओं में एक जलभराव से इस बार निजात मिलेगी। खासतौर पर एमजी रोड के सूरसदन से लेकर हरीपर्वत तक। इस इलाके में सफाई के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसके लिए विशेष मशीन (सुपर शक) को अलीगढ़ से मंगाया गया है। मेयर ने मंगलवार को खड़े होकर चोक नाले को खुलवाने की शुरुआत की।

25 साल से था बंद

एमजी रोड स्थित थाना हरीपर्वत के सामने के नालों की ड्राइंग डिजाइन देखी गई, तो जमीन से 8 फीट नीचे एक 300 मीटर का नाला मिला। ये 25 साल पहले निर्माण होने के बाद से उपयोग में लाया ही नहीं गया। पूरी तरह से चोक हो चुके नाले को साफ करने के लिए विशेष सुपर शक मशीन मंगाई गई। कैमरे के माध्यम से नाले के भीतर की स्थिति का आंकलन किया गया गया। इसकी पिक्चर देखने के लिए बाहर एलईडी लगाई गई। फिर नाले को साफ करने के लिए प्रेशर और ड्रिल का इस्तेमाल किया गया। नाले में एक व्यक्ति को उतारा गया। उसके आक्सीजन के लिए व्यवस्था की गई। इस काम का शुभारंभ मेयर नवीन जैन ने किया। उन्होंने मशीन के कामकाज की जानकारी ली और बेहतर रिजल्ट को लेकर आश्वस्त दिखे। महापौर जैन ने शहरवासियों से अपील की है कि वे हरीपर्वत पर एलसीडी पर नाला सफाई की प्रक्रिया देखे। क्योंकि इसी तरह शहर के अन्य नालों की भी सफाई कराई जाएगी। इस मौके पर अपर नगर आयुक्त विजय कुमार, चीफ इंजीनियर तरुण शर्मा, पर्यावरण अभियंता संजीव प्रधान, पार्षद शरद चौहान, संजय राय और अर्पित सरास्वत मौजूद रहे।

लगा है पूरा लावलश्कर

शहर के नालों की साफ-सफाई के लिए चार मशीनों के साथ 25 कर्मचारियों की एक टीम लगाई गई है। नाले के भीतर काम कर रहे लोगों को आक्सीजन देने के लिए एक मशीन लगाई गई है। हरीपर्वत से लेकर स्पीड कलर लैब के सामने तक नाले की सफाई की जानी है। यह नाला एक तरफ मदिया कटरा, दूसरी ओर सूरसदन के सामने रामनगर बाग फरजाना से होते हुए हरीपर्वत आ रहा है। इस नाले की सफाई 20 दिन तक चलेगी। नाले की सफाई हो जाने के बाद सूरसदन के सामने एमजी रोड और रामनगर में होने वाले जलभराव से राहत मिलेगी।