-छह दिन पहले एमजीएम हॉस्पिटल में लावारिश नवजात को कराया गया था एडमिट

-ट्रीटमेंट के साथ-साथ फीडिंग भी करवा रहे हैं डॉक्टर्स

-बच्ची का रख रहे हैं पूरा ख्याल

JAMSHEDPUR : एमजीएम हॉस्पिटल के पीडिएट्रिक डिपार्टमेंट के डॉक्टर इन दिनों दोहरी भूमिका निभा रहे है। वार्ड में एक ऐसा पेशेंट आया है जिसका इलाज तो ये कर ही रहे हैं, साथ ही उसके पैरेंट्स की भूमिका भी निभा रहे हैं। हॉस्पिटल में छह दिन पहले लावारिस नवजात शिशु को एडमिट किया गया था। पीडिएट्रिक डिपार्टमेंट के डॉ केके चौधरी ने कहा कि हॉस्पिटल में एडमिट करने के दौरान शिशु की हालत काफी गंभीर थी। डॉक्टर्स ने ना सिर्फ नवजात बच्ची का इलाज कर रहे हैं, बल्कि पैरेंट्स की तरह फीडिंग से लेकर उसका हर तरह से ध्यान रख रहे हैं।

गोद लेना चाहते हैं लोग

डॉ केके चौधरी ने बताया कि इलाज और प्रॉपर देखभाल की वजह से बच्ची अब पूरी तरह तंदरुस्त है। उन्होंने कहा की उसे गोद लेने के लिए भी अब तक सात लोग आ चुके हैं। हॉस्पिटल के सुपरिंटेंडेंट डॉ आरवाई चौधरी ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया के बाद शिशु को सौंपा जाएगा। इस नवजात की देखभाल में डॉ केके चौधरी के साथ-साथ जूनियर डॉक्टर डॉ माग्रेट, डॉ मेघा, डॉ पिंकी, डॉ अनूपा, डॉ अभिषेक पराशर भी लगे हुए हैं।

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केयू में पुलिस की तैनाती, शांत रहा माहौल

-पूजा की छुट्टियों के बाद मंगलवार को खुला केयू -पुलिस की व्यवस्था रही और शांत माहौल में काम हुआ

पूजा की छुट्टियों के बाद मंगलवार को कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) के ऑफिसेस खुले। एग्जामिनेशन कंट्रोलर के साथ मारपीट की घटना के बाद यूनिवर्सिटी कैंपस के माहौल पर संशय की स्थिति बनी हुई थी। हालांकि, कैंपस में एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा पुलिस का डिप्लॉयमेंट किया गया था इस वजह से माहौल शांत रहा और ऑफिशियल्स के अलावा स्टाफ ने भी अपने काम निपटाए।

यूनिवर्सिटी कैंपस में पुलिस की व्यवस्था की गई है। छुट्टी के बाद पहला दिन शांतिपूर्ण माहौल में काम हुआ। आगे इस तरह की घटनाएं नहीं हों इसकी पूरी कोशिश की जाएगी।

- डॉ आरपीपी सिंह, वीसी, केयू