ब्लेकबॉक्स पहुंचा ब्रिटेन

रूस की सीमा से 50 किलोमीटर दूर यूक्रेनियन क्षेत्र में एक विमान को मिसाइल हमले में मार दिया गया था. इस हादसे में फ्लाइट स्टाफ के साथ लगभग 298 की जान गई थी. इसके बाद अंतरराष्ट्रीय कम्यूनिटी की यूक्रेन विमान हादसे में इंटरनेशनल स्तर पर जांच करने के आदेश दिए. इस सिलसिले में हॉलैंड की सुरक्षा कमेटी ने इस विमान के दो ब्लेकबॉक्सों को ब्रिटिश एयर एक्सीडेंट इंवेस्टिगेशन विभाग को सौंप दिया है. इसके साथ ही रूस ने इस मामले की कंपलीट इंवेस्टिगेशन के लिए यूक्रेन में सरकार और विद्रोहियों के बीच युद्धविराम होने की अपील की है.

हॉलैंड में 23 जुलाई बना शोक दिवस

इस हादसे में मारे गए 40 यात्रियों के शवों को लेकर हॉलैंड एयर फोर्स के एक प्लेन ने यूक्रेप के खार्किव हवाईअड्डे से हॉलैंड के लिए उड़ान भरी. यह विमान 23 जुलाई को हॉलैंड पहुंचा. इसके बाद होलैंड में 23 जुलाई को शोक दिवस के रूप में घोषित कर दिया गया. इस हादसे में मारे गए लोगों की याद में हॉलैंड में विभिन्न स्थानों पर शोक समारोहों को आयोजित किया गया.

MH 17 युद्ध का शिकार

इसके बीच रूसी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ऐलेक्जेंडर लुखाशविच ने कहा कि MH 17 फ्लाइट में मारे गए सभी लोग युद्ध के शिकार हैं. इसके बाद भी यूक्रेन घटनास्थल के आसपास भारी मात्रा में हथियारों का उपयोग कर रहा है. इसके साथ ही यह भी बताया गया कि यूक्रेन ने अंतरराष्ट्रीय जांच कर्ताओं को इंफॉर्म किए बिना ही इस क्षेत्र से सैन्य और नागरिक उड़ानों को जारी रखा है जो जांच के प्रिसिपल्स का उल्लंघन है. इसके उलट यूक्रेन सरकार ने रूस के इस स्टेटमेंट की निंदा की है.

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