कंपनी ने प्रस्तुत किया परीक्षण संस्करण
इसको लेकर माइक्रोसाफ्ट की ओर से जानकारी आई है कि इसके जरिये अब ब्राउजर से ही वीडियोकॉलिंग की जा सकेगी. इतना ही नहीं इसके लिए लोगों को स्काइप ऐप इंस्टॉल करने की भी जरूरत नहीं होगी. खबर है कि कम्प्यूटर पर काम करते समय जरूरी नहीं है कि उसमें स्काइप इंस्टॉल ही हो. ऐसे में लोगों को बेहतर सुविधा देने का मन बनाते हुए कंपनी ने फिलहाल इसका परीक्षण संस्करण प्रस्तुत किया है.

ब्राउजर से डाउनलोड किए बिना ही बनेगा काम
इसपर कंपनी ने कहा है कि यात्रा के दौरान या होटल में ठहरने की स्थिति में अब ऐसा जरूरी नहीं होगा कि वहां उपलब्ध कम्प्यूटर में स्काइप सॉफ्टवेयर डाउनलोडेड ही हो. ऐसे में जरूरत पड़ने पर लोग स्काइप के ब्राउजर संस्करण से इसे डाउनलोड और इंस्टॉल किए बगैर भी बेहद आसानी के साथ ही वीडियो कॉलिंग कर सकेंगे.

स्काइप के बारे में कुछ खास
जानकारी है कि स्काइप का ब्राउजर संस्करण फिलहाल कुछ लोगों को ही उपलब्ध होगा, लेकिन बाद में उसे वैश्विक स्तर पर भी पेश किया जाएगा. पूरी दुनिया में स्काइप के जरिये दो अरब मिनट वॉयस और वीडियो कॉलिंग की जाती है. यहां गौरतलब है कि अगस्त 2003 में स्वीडन के निकलस जेन्सट्रोएम और डेनमार्क के जैनस फ्रीस ने स्काइप सॉफ्टवेयर की शुरुआत की थी.

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