- 3 कर्नल समेत 200 जवानों की टुकड़ी जंक्शन पर ही फंसी रही

- 12 अप्रैल को जाने वाली मिलिट्री स्पेशल ट्रेन 14 अप्रैल को रवाना हुई

BAREILLY:

बरेली से जम्मू जाने के लिए तैयार मिलिट्री स्पेशल ट्रेन रेलवे कर्मियों की लापरवाही के कारण दो दिन बरेली जंक्शन पर फंसी रह गई। दो दिनों तक ट्रेन कभी प्लेटफार्म तो कभी यार्ड का चक्कर लगाती रही। जिसकी वजह से कर्नल रैंक के 3 ऑफिसर और 200 जवान समय पर जम्मू नहीं पहुंच सके। दिल्ली आर्मी हेड क्वॉर्टर से जब मुरादाबाद डीआरएम ऑफिस फोन घनघनाया तो रेलवे अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इसके बाद सैटरडे दोपहर 12.05 पर आनन-फानन में ट्रेन को जम्मू के लिए रवाना किया गया। बरेली जंक्शन एमसीओ कमांडिंग ऑफिसर मनोज पाठक ने भी इस बात की पुष्टि की है।

टिकटिंग व नाप-तौल करने में लगा दिए 2 दिन

कर्नल रोहित जोशी के नेतृत्व में 200 जवानों की टुकड़ी, 9 बाइक और 12 हजार किलोग्राम सामान मिलिट्री ट्रेन से 12 अप्रैल को बरेली जंक्शन से जम्मू के लिए जाना था। लगेज लोडिंग के लिए ट्रेन को सुबह 10 बजे यार्ड में लगाया गया। मूवमेंट कंट्रोल ऑफिस (एमसीओ) के जवानों ने मात्र 3 घंटे में दोपहर 1 बजे तक सामान ट्रेन में लोड कर दिया। लेकिन, मिलिट्री वारंट के आधार पर रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित वसूली रेट पर टिकटिंग का ब्यौरा तैयार करने में टिकटिंग स्टॉफ ने 6 घंटे का समय लगा दिया।

डायमेंशन सर्टिफिकेट मिला तो बैटरी चार्ज की आई याद

टिकटिंग के बाद सामान की नाप-तौल करने में 12 घंटे का समय लगा दिया। लेकिन, नाप-तौल में रेलवे कर्मियों ने गड़बड़ी कर दी। लिहाजा 13 अप्रैल को दोबारा सामान का नाप-तौल शुरू हुई। दोपहर 3 बजे तक नाप-तौल का काम चलता रहा। इसके बाद रेलवे की ओर से ओवर डायमेंशन सर्टिफिकेट दिया गया। लेकिन यह कहते हुए ट्रेन को रवाना नहीं किया गया कि 24 घंटे से अधिक समय बीत चुका है। ऐसे में एसी कोच के बैटरी की चार्जिग और क्लीनिंग करनी है। ऐसे में ट्रेन को प्लेटफार्म से दोबारा यार्ड ले जाया गया।

हेड क्वॉर्टर बात हुई तो जागे रेलवे ऑफिसर

रेलवे ने आश्वासन दिया कि 2 घंटे में बैटरी की चार्जिग और क्लीनिंग हो जाएगी। लेकिन 14 अप्रैल को सुबह 6 बजे तक मामला सिफर रहा। जिसके बाद आर्मी के उच्च अधिकारियों ने मुरादाबाद डीआरएम ऑफिस और दिल्ली आर्मी हेड क्वॉर्टर बात की। जिसके बाद सैटरडे को दोपहर 12.05 बजे ट्रेन जम्मू के लिए रवाना हुई। जिससे आर्मी जवान काफी उत्साहित थे। उन्होंने भारत माता की जयकार लगाई।

एक नजर

- 12 अप्रैल को दोपहर 12.10 पर मिलिट्री स्पेशल ट्रेन यार्ड में लगी।

- 12 कोच मिलिट्री स्पेशल ट्रेन में लगाए गए थे।

- 1 बजे दोपहर तक 12 अप्रैल को ही आर्मी जवानों ने सामान लोड कर दिया।

- 6 घंटे का समय रेलवे कर्मचारियों ने टिकटिंग का ब्यौरा बनाने में ही लगा दिया।

- 12 घंटे और लगेज के नाप-तौल में रेलवे ने लगा दिए।

- 13 अप्रैल को रेलवे कर्मियों की लापरवाही के चलते दोबारा लगेज का नाप-तौल शुरू किया गया।

- 3 बजे दोपहर तक नाप-तौल का काम चलता रहा।

- 24 घंटे बीत जाने के बाद रात 10 बजे ट्रेन को प्लेटफार्म से दोबारा यार्ड में लगाने को कहते हैं। ताकि, एसी कोच के बैटरी चार्जिग और क्लिनिंग का काम हो सके।

- 2 घंटे तक सारा काम हो जाएगा ऐसा रेलवे ने अश्वासन दिया।

- 14 अप्रैल को सुबह 6 बजे तक बैटरी चार्जिग और क्लीनिंग का काम नहीं हो सका।

- 14 अप्रैल को ही आर्मी ऑफिसर ने मुरादाबाद डीआरएम ऑफिस बात की। कोई रिस्पांस नहीं मिला।

- आर्मी ऑफिसर दिल्ली अपने हेड क्वॉर्टर में बात करते हैं और स्थिति से अवगत कराते हैं।

- 6 घंटे का समय मुरादाबाद से इंजन आने में लगा।

- 12.05 बजे दोपहर 14 अप्रैल को ट्रेन को जम्मू के लिए रवाना किया गया।

इस बात की जानकारी मुझे मिली है। मामले की जांच कराई जाएगी। दोषी कर्मचारियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

अजय कुमार सिंघल, डीआरएम, नॉर्दर्न रेलवे मुरादाबाद डिवीजन