- मिलेनियल्स बोले, सुरक्षा, पलायन, शिक्षा और बेरोजगारी के मुद्दों पर बात करने वाले को ही वोट

- इजराइल की तरह खींचा जाए भारत देश की सुरक्षा ढांचा

DEHRADUN: चाय की चुस्कि्यों के साथ लोकसभा इलेक्शन को लेकर पथरीबाग चौक स्थित कैफे हाउस में मिलेनियल्स की गरमा-गरम बहस। पुलवामा आतंकी हमले को लेकर आंखों में रोष और देश की सुरक्षा को मजबूती देने का सपना लेकर मिलेनियल्स ने अपनी बात रखी। मिलेनियल्स ने साफ कहा कि इस बार उसे ही तव्वजो दी जाएगी जिसके पास सुरक्षा, पलायन, शिक्षा और बेरोजगारी को रोकने के लिए विजन होगा।

पलायन एक बड़ी समस्या

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से आयोजित लोकसभा इलेक्शन को लेकर चर्चा में मिलेनियल्स ने पुलवामा में आतंकी हमले की निंदा करते सरकार से आतंकियों के खिलाफ कड़े एक्शन लेने की बात कही। कहा कि पूरा देश एक है और यह समय आर-पार की लड़ाई का है। मिलेनियल्स ने सुरक्षा सिस्टम को मजबूत करने की बात भी कही। इजराइल की तरह भारत देश की सुरक्षा व्यवस्था का भी ढांचा खींचा जाना चाहिए। चर्चा में मिलेनियल्स ने कहा इस समय सभी राजनीतिक पार्टियां एकजुट हैं। इससे विश्व में यह संदेश गया है कि हम सभी एकजुट हैं। चर्चा आगे बढ़ी तो मिलेनियल्स ने पहाड़ों से हो रहे पलायन पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पहाड़ खाली होते जा रहे हैं। पहाड़ों में मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण लोग कठिनाईयों में जीवन यापन कर रहे हैं। रोजगार की तलाश में युवा मैदानों का रुख कर रहे हैं। अगर उन्हें वहीं रोजगार मुहैया कराया जाए तो पलायन पर रोक लग सकती है। पलायन रोकने के लिए सरकार दावे तो बड़े-बड़े करती है लेकिन, जमीनी हकीकत कुछ और ही है। पलायन के नाम पर केवल वोट बैंक की राजनीति की जा रही है। इस बार उसे ही वोट दिया जाएगा जो पलायन रोकने की बात करेगा। राज्य से चुनकर जाने वाले मेंबर ऑफ पार्लियामेंट में कोई तो ऐसा हो जो पार्लियामेंट में राज्य के स्थानीय मुद्दों को उठाए। मिलेनियल्स ने राज्य के एजुकेशन सिस्टम पर भी सवाल खड़े किए। सरकारी स्कूलों की दुर्दशा पर चिंता जताते हुए कहा कि शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। यही कारण है कि लोग सरकारी स्कूलों के बजाय प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को पढ़ने के लिए भेज रहे हैं। हर पैरेंट्स प्राइवेट स्कूलों की भारी भरकम फीस चुकाने में सक्षम नहीं हैं लेकिन, इसके बाद भी बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में भेजना मजबूरी हो गई है। इस बार वोट उसे ही कास्ट किया जाएगा, जिसके पास शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए प्लान हो। चर्चा में मिलेनियल्स ने स्वास्थ्य सेवाओं पर भी सवाल खड़े किए। कहा कि सरकारी अस्पतालों में अव्यवस्थाओं के कारण इलाज कराना आसान नहीं है और प्राइवेट अस्तपालों में मरीजों को लूटा जा रहा है। सरकारी अस्पताल केवल रेफर सेंटर बनकर रह गए हैं। मिलेनियल्स ने कहा कि इस बार वोट देने से पहले सभी प्रत्याशियों के विजन को परखा जाएगा और जो धर्म, जाति और दलगत से ऊपर उठकर राज्य के विकास के मुद्दों पर फोकस करेगा उसे ही वोट दिया जाएगा।

मेरी बात

राज्य में शिक्षा का स्तर सुधारने की जरूरत है। राज्य में टूरिज्म में अपार संभावनाएं हैं। टूरिज्म पर बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इससे राज्य के विकास के साथ युवाओं को भी रोजगार मिल सकेगा। जो प्रत्याशी राज्य के विकास का प्लान सामने रखेगा उसे ही वोट दिया जाएगा।

- मनमोहन जायसवाल, समाज सेवी।

कड़क बात

मेरा वोट ऐसे प्रत्याशी को जाएगा जो देश और महिलाओं की सुरक्षा की बात करेगा। घर से बाहर निकलने पर महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रहीं हैं। जिस प्रत्याशी के पास महिलाओं की सुरक्षा को लेकर विजन होगा उसे ही वोट मिलेगा।

- श्रवण वर्मा, ऑनर कैफे हाउस, ब्लेसिंग फार्म

कड़क चाय-कड़क बात

मेरी नजर में मेन मुद्दा एजुकेशन हैं। लेकिन मैं प्राइवेट स्कूलों को भी हेल्पिंग हैंड समझता हूं। एजुकेशन के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले प्रत्याशी को मेरा वोट मिलेगा।

- दमनजीत, एमए, एसजीआरआर

पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम कम होने चाहिए। महंगाई बढ़ती जा रही है। गरीबों के लिए जीवन यापन करना मुश्किल हो गया है। जो महंगाई के मुद्दे की बात करेगा उसे ही मेरा वोट मिलेगा।

- निखिल, एमबीए, ग्राफिक एरा

एजुकेशन सिस्टम में रिजर्वेशन कैंसिल होना चाहिए। यदि रिजर्वेशन देना ही है तो जाति की जगह आर्थिक स्थिति के आधार पर दिया जाए। इसे लेकर जो बात सामने रखेगा मेरा वोट उसी को।

- शिवानी नेगी, बीए, एसजीआरआर

पलायन पहाड़ का मुख्य मुद्दा है। इस बार मेरा वोट पलायन पर मजबूत रणनीति बनाकर काम करने वाले प्रतिनिधि को होगा। ताकि पहाड़ों से विकास हो और खाली हो रहे गांव आबाद हो सकें।

- ओशिन कुनवाल, बीए, एसजीआरआर

पहाड़ की जवानी को वहीं रोककर उन्हें रोजगार मुहैया कराने की बात करने वाले प्रत्याशी को मेरा वोट होगा। पहाड़ों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। पहाड़ों में शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार की बात करने वाले प्रत्याशी का समर्थन करूंगा।

- रत्नेश जैन, बिजनेस मैन

आतंकी घटनाएं बढ़ती ही जा रही है। अब समय आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने का आ गया है। मेरा वोट उसको ही जाएगा जो देश की सिक्योरिटी के बारे में न सिर्फ सोचेगा बल्कि कड़े कदम भी उठाएगा।

- जोगेंद्र भट्ट, फार्मर

प्राइवेट स्कूलों की मनमानी बढ़ती ही जा रही है। शिक्षा के लिए बने नियम-कानून का कड़ाई से पालन कराने और देश की सिक्योरिटी की बात करने वाले प्रत्याशी को ही मेरा वोट जाएगा।

- राकेश डोभाल, बिजनेसमैन

इस बार सोच-समझकर वोट करूंगा। सभी पार्टियों के घोषणापत्र को पढ़कर उसके मुद्दों को समझकर जो प्रत्याशी रोजगार, पलायन और शिक्षा की बता करेगा, उसे मेरा वोट कास्ट होगा।

- शैफाली वर्मा, बीएससी, एसजीआरआर

सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर जिसके पास प्लान होगा। उसे ही मेरा वोट मिलेगा। जाति और धर्म की राजनीति करने वालों का बहिष्कार किया जाएगा।

- प्रीति नेगी, बीएससी, एसजीआरआर

अन्नदाता की स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। कर्ज में डूबकर किसान आत्महत्या कर रहे हैं। इस बार उसे वोट दिया जाएगा जो किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाएगा और उनकी समस्याओं को पार्लियामेंट में रखेगा।

- शिखा मिश्रा, बीएससी

स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के साथ ही देश की सुरक्षा की बात करने वाले प्रत्याशी को मेरा वोट मिलेगा।

- सोनू कुमार, फार्मर

पुलवामा में हुए आतंकी हमले से बेहद आहत हूं। देश की सुरक्षा को लेकर जिसके पास प्लान होगा और जो विकास की बात करेगा उसे ही मेरा वोट जाएगा।

- साक्षी मौर्या, बीए एसजीआरआर

बेरोजगारी एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। युवा बेरोजगार हैं और रास्ता भटक रहे हैं। जिस प्रत्याशी के पास रोजगार को लेकर विजन होगा। वही मेरे वोट का हकदार है।

- विपिन भट्ट, एमएससी, एसजीआरआर

आज यहां चर्चा

कांवली रोड- सुबह 11 बजे