आज दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम मिलेनियल्स डिबेट के लिए एएनए कॉलेज में सुबह 11 बजे पहुंचेगी.

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BAREILLY: आगामी लोकसभा इलेक्शन के लिए सभी पार्टियां अभी से अपनी जोर अजमाइश के लिए मैदान में उतर चुकी है। जल्द ही चुनाव की घोषणा हो जाएगी, लेकिन वोटर्स इस बार अपने दिल की बात नहीं सुनेगा बल्कि अपने दिमाग का इस्तेमाल कर वहीं वोट करेगा जहां उसे अपना और देश का हित दिखाई देगा। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट और रेडिया सिटी की तरफ से खास मिलेनियल्स के लिए आयोजित राजनी-टी चर्चा फ्राइडे को पीलीभीत रोड स्थित केसीएमटी में हुई। कार्यक्रम में रेडियो सिटी से आरजे बुलबुल ने लोकसभा चुनाव से जुड़े मुद्दों पर चर्चा शुरू की, तो यूथ ने कहा कि चुनावी मुद्दा तो हर बार सिर्फ मुद्दा बनकर ही रह जाता है। फिर भी यूथ तो उसे ही वोट करेगा जो आरक्षण को खत्म करने की बात करेगा। साथ ही करप्शन, आतंकवाद, देश की सिक्योरिटी के साथ वीमेन सिक्योरिटी के लिए प्राथमिकता देगा। इन सभी मुद़्दों पर स्टूडेंट्स ने खुलकर अपनी राय रखी।

जातिगत आरक्षण, यानि जातिवाद फैलाना
राजनी-टी डिबेट में आरजे ने सबसे पहले यूथ को मिलेनियल्स का अर्थ समझाया। इसके बाद यूथ ने अपने मुद्दों पर अपनी राय रखी, जिसमें शोभा भट्ट ने सबसे पहले रोजगार की बात शुरू करते हुए कहा कि पढ़े लिखे यूथ को रोजगार मिले। यूथ पढ़ लिखकर भटकता है तो उसे सबसे अधिक मायूसी होती है। इसी बीच एएम जमशेद ने कहा कि यूथ को रोजगार न मिलना तो बड़ा मुद्दा है ही लेकिन इससे भी बड़ा मुद्दा है कि आरक्षण जिसे हर कोई चाहता है कि मुझे मिल जाए। क्योंकि जो स्टूडेंट्स आरक्षण पा लेता है वह कम मेहनत करे तो भी उसका सिलेक्शन हो जाता है, लेकिन जो रात दिन जी तोड़ मेहनत करता है वह आरक्षण के चलते कई बार बैठा रह जाता है। इसके लिए मेरा मनाना है कि आरक्षण खत्म हो। एएम जमशेद की बात का डिबेट में सभी स्टूडेंट्स ने समर्थन किया।

क्या सबसे अधिक अमीर जनरल कास्ट है

डिबेट को आगे बढ़ाते हुए राशि ने कहा आज कोई फार्म निकलता है चाहे वह एडमिशन के लिए हो या फिर कॉम्प्टीशन का। उसमें लिखा होता है जनरल कास्ट के लिए आवेदन शुल्क 5 सौ रुपए एससी और ओबीसी के लिए 3 सौ रुपए। मेरा कहना है कि क्या ओबीसी और एससी में अमीर नहीं है। क्या जरनल कास्ट में ही सबसे अधिक अमीर हैं। तभी अनु गुप्ता ने कहा कि यह सही है कि जो गरीब है उसे आरक्षण मिलना चाहिए लेकिन हमारे यहां तो सरकार जहां एक तरफ सभी को जातिवाद खत्म करने का संदेश देती है तो वहीं आरक्षण जाति देखकर दिया जाता है इस तरह तो आरक्षण देना भी गलत है, यह तो जातिवाद को बढ़ावा देना है। साक्षी ने कहा कि आरक्षण जातिगत न करके आर्थिक स्थित को देखकर ही दिया जाना चाहिए। जाति के आधार पर आरक्षण देने का साफ मतलब है जातिवाद फैलाना, यह गलत है कि आरक्षण जाति देख कर दिया जा रहा है।

करप्शन सरकार नहीं हम ही करेंगे खत्म
बात करप्श्न की आई तो आकांक्षा ने कहा कि देश में करप्शन खत्म करने के लिए बातें तो होती हैं, लेकिन इस पर लगाम नहीं लग पा रही है। तभी सोनाली ने कहा कि करप्शन को कोई भी सरकार खत्म नहीं कर सकती है। सरकार तो केवल घोषणा कर सकती है करप्शन को हम और आप ही मिलकर खत्म कर सकते हैं। हम अगर किसी को रिश्वत नहीं देंगे तो कोई कैसे रिश्वत ले लेगा। इसके लिए हमें सुधरना होगा। सोनाली की बात काधीरज गौतम ने भी समर्थन किया। तभी आयुषी ने कहा कि सरकार को महिला सिक्योरिटी पर बने कानून को प्रभावी बनाने की जरूरत है। क्योंकि महिला सिक्योरिटी में सुधार तो हुआ है, लेकिन महिलाएं आज भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रही हैं। डिबेट में अविनाश, अतुल, मलय प्रताप और तनीषा रस्तोगी ने भी कालाधन, इन्फ्रास्ट्रक्टचर, एजुकेशन और करप्शन पर अपनी राय रखी।


कड़क बात

-पूरी डिबेट में रोजगार का मुद्दा छाया रहा। यूथ का कहना था कि सरकार यूथ का साथ तो चाहती है, लेकिन उसके भविष्य के बारे में कोई भी सरकार नहीं सोचती है। यूथ चाहता है पढ़ लिखकर रोजगार मिले, लेकिन ऐसा होता नहीं है। इसीलिए यूथ सबसे अधिक मायूस होता है। सरकार पढ़े लिखे यूथ के लिए इम्प्लॉयमेंट और स्टार्टअप पर ध्यान दे। ताकि बेरोजगारी कम की जा सके।

 

मेरी बात
-जब देश आजाद हुआ था तो उस समय स्थिति को देखते हुए आरक्षण की व्यवस्था को लागू किया गया था। नियम के अनुसार आरक्षण अब से काफी पहले खत्म हो जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यही कारण है कि आज सभी आरक्षण के लिए सड़कों पर उतर आए हैं और सभी को अब आरक्षण चाहिए।

 


अजीत वर्मा, टीचर

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-सरकार यूथ के लिए रोजगार की बात करे। क्योंकि रोजगार के बगैर यूथ परेशान है। रोजगार के लिए यूथ पढ़ाई करता है इसके बाद भी रोजगार नहीं मिलता तो इसके लिए सरकार को कुछ करना चाहिए।

शोभा भट्ट

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-हमें अपने देश की सिक्योरिटी को लेकर गंभीर होने की जरूरत है। सरकार को देश की सिक्योरिटी को लेकर कोई ऐसा निर्णय लेना चाहिए ताकि आतंकवाद से मुक्ति मिल सके।

आयुषी

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करप्श्न तब तक खत्म नहीं हो सकता जब तक हम लोग खुद पहल नहीं करेंगे। इसके लिए सरकार को दोष देने से कुछ नहीं होने वाला है। करप्शन हम लोगों को ही खत्म करना है सरकार तो सिर्फ श्रेय ले सकती है।

अनु गुप्ता

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-आरक्षण को खत्म करना चाहिए। क्योंकि आरक्षण के नाम पर सिर्फ जातियों का बंटवारा हो रहा है। आरक्षण को तो संविधान के अनुसार पहले ही खत्म कर देना चाहिए।

राशि बत्रा

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-सामान्य लोगों से सरकार अधिक शुल्क वसूलती है जबकि अन्य जाति के लोगों से शुल्क कम वसूलती है। लेकिन ऐसा क्यों शुल्क सभी को बराबर हो, गरीब को छूट मिले।

एएम जमशेद

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महिला सुरक्षा के लिए काम तो हुआ लेकिन इतना भी काम नहीं हुआ कि महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें। महिलाएं घर से निकलती हैं तो सुरक्षित महसूस नहीं करती है।

धीरज

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-राजनीति में योग्य और यूथ नेता हो ताकि वह यूथ की समस्या समझे, पढ़ा लिखा होगा तो वह कुछ नया करेगा लेकिन अनपढ़ होगा तो फिर कुछ नया करने की नहीं सोच सकेगा।

साक्षी

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-यूथ अब गुमराह होने वाला नहीं है यूथ भी अपने मुद्दों को देखकर ही वोट करेगा। चाहे वह रोजगार हो या फिर करप्शन का हो। अभी तक तो यूथ को धोखा मिला है।

सोनाली