-झारखंड में माइनिंग टूरिज्म की ओर बढ़े कदम

-टूरिस्ट डिपार्टमेंट ने पेश की प्राइमरी रिपोर्ट

-अगले साल से पर्यटकों को मिलने लगेगी सुविधा

RANCHI (13 Oct): झारखंड मिनरल्स से भरपूर है, ये तो सभी जानते हैं। लेकिन, वर्षो से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में माइनिंग कैसे हो रही है, यह बहुत कम लोग ही जानते होंगे। हालांकि अब इन सभी लोगों की इच्छाएं पूरी होने वाली है। दरअसल, राज्य में माइनिंग टूरिज्म की शुरुआत होने वाली है। पर्यटन विभाग टूरिस्ट को लुभाने व रोमांचकारी अनुभव कराने के लिए यह पहल कर रहा है। इसके बाद कोई भी व्यक्ति खदान के अंदर जा कर माइनिंग कैसे होती है, इसे जान सकता है। बहरहाल, मामले में टूरिस्ट डिपार्टमेंट की ओर से प्राइमरी रिपोर्ट सब्मिट कर दी गई है। विभाग इस काम को अंजाम देने में जुट गया है।

जमशेदपुर से शुरुआत

राज्य में माइनिंग टूरिज्म की शुरुआत जमशेदपुर से होने वाली है। यहां के किरूबुरू माइंस व मेघातुबुरू माइंस को पर्यटन विभाग द्वारा टूरिस्टों के लिए तैयार किया जा रहा है। विभाग के अनुसार, ख्0क्7 से इन दोनों माइंस में पर्यटकों को घूमने की सुविधा मिलने लगेगी। माइनिंग एरिया को डेवलप करने में पर्यटन विभाग की खान विभाग भी मदद कर रहा है।

सेफ्टी की पुख्ता व्यवस्था

पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पुरखों के समय से ही राज्य में कोयला निकालने का काम हो रहा है। लेकिन राज्य के लोगों के लिए हमेशा यह कौतूहल का विषय बना रहा है कि आखिर कैसे कोयला निकाला जाता है। पर्यटन विभाग पर्यटकों को माइनिंग क्षेत्र में लेकर जाएगा और उनको सुरक्षा भी देगा। बताया जाएगा कि माइनिंग कैसे होती है। इसमें कोयले को निकालने से लेकर लोडिंग हर कुछ के बारे में बताया जाएगा।

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खाली माइंस बनेंगी टूिरस्ट स्पॉट

पर्यटन विभाग द्वारा जो रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसके अनुसार शुरुआत में जिन खदानों से उत्पादन हो चुका है। उस पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है कि कैसे उनको तैयार किया जाए, शुरुआत जमशेदपुर से हो रही है। उसके बाद हजारीबाग, पाकुड़, बोकारो, धनबाद की खदानों को भी पर्यटन विभाग डेवलप करने की तैयारी कर रहा है।

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रोमांचकारी अनुभव हासिल होगा

इन खदानों में जब पर्यटक घूमने जाएंगे, तो उनको रोमांचकारी अनुभव मिलेगा। खदान के अंदर खास ड्रेस पहनकर पर्यटक जाएंगे। उनको माइनिंग की हर बारीकी से अवगत कराया जाएगा। पर्यटकों को उस माइंस की पूरी कहानी बताई जाएगी। साथ ही उनको बताया जाएगा कि इस माइंस का भविष्य कितना दिनों का है। किस तरह से लोग काम कर रहे हैं, सब कुछ लाइव दिखाया जाएगा।