- बस के लगने पर पैरेंटस छोड़ने और लेने नहीं आयेंगे स्कूल

- एसीएस ने डीजी एजुकेशन को भेजा पत्र

DEHRADUN:

दून की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए दून पुलिस स्कूलों में मिनी बस जरूरी करनी जा रही है। इसके लिए पुलिस ने शिक्षा विभाग को एक पत्र भी भेज दिया है। इसमें पुलिस ने शिक्षा विभाग को बताया कि स्कूलों के खुलने और बंद होने के समय पैरेंटस अपने वाहनों के साथ बच्चों को छोड़ने और लेने आते हैं, जिससे शहर में जाम की स्थिति बन जाती है। पुलिस ने इससे पहले स्कूली छात्रों पर नजर रखने के लिए सीटी पेट्रोल यूनिट को भी तैनात किया है। ताकि सिटी में जाम की समस्या न बने और लोगों को कोई परेशानी न हो।

स्कूलों को खुलने और बंद होने के समय पूरे शहर में जाम की स्थिति बन जाती है। एक साथ कई पैरेंटस अपने बच्चों को छोड़ने और लेने स्कूल पहुंचते हैं। जिससे ट्रैफिक पर लोड बढ़ जाता है। जाम की समस्या से निजात पाने के लिए दून पुलिस नई पहल करने जा रही है। इसमें सभी स्कूलों को मिनी बस का संचालन करना अनिवार्य होगा। मिनी बस संचालन होने से पैरेंटस अपने बच्चों को छोड़ने और लाने स्कूल नहीं पहुचेंगे। इसके लिए एसएसपी ने शिक्षा विभाग के महानिदेशक को पत्र भेजा है और उन्हें पूरी स्थिति की जानकारी दी है। शिक्षा विभाग का फैसला आते ही सभी स्कूलों को मिनी बस लगानी पड़ेगी।

सीपीयू की भी है स्टूडेंट्स पर नजर

सड़क हादसों को कम करने और ट्रैफिक व्यवस्था को देखते हुए सीटी पेट्रोल यूनिट को भी तैनात किया गया है। सीपीयू बिना हेलमेट पहने दोपहिया चलाने वाले, ट्रीपलिंग करने वाले और ओवर स्पीड पर छात्रों का चालान काट रही है। सीपीयू को सोमवार से इस काम की जिम्मेदारी दी गई है। जिसमें दो दिनों में सीपीयू ने ख्7ब् चालान और क्फ् वाहनों को सीज किया।

स्कूलों के बाहर सीपीयू की कार्रवाही

चालान- ख्7ब्

सीज वाहन- क्फ्

संयोजन शुल्क- फ्फ्,700 रुपये

- ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए डीजी एजुकेशन को पत्र भेज स्कूलों में मिनी बस शुरू करने की बात कही गई है। जिससे पैरेंटस अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने और लाने नहीं आयेंगे।

- धीरेंद्र गुंज्याल, एसपी ट्रैफिक