RANCHI : राज्य सरकार के मंत्री और आला अफसर आइआइएम, अहमदाबाद के विशेषज्ञों से बेहतर प्रबंधन का गुर सीखेंगे। सरकार इस बाबत तीन दिन का चिंतन शिविर लगाएगी। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को अपने शासन के दो साल पूरे होने के मौके पर आयोजित समारोह में यह जानकारी दी। बताया कि जल्द हीं इस बाबत एमओयू होगा। मुख्यमंत्री आवास में आयोजित समारोह में उन्होंने सरकार की उपलब्धियां गिनाई। दावा किया उनका एकमात्र उद्देश्य झारखंड से गरीबी को नेस्तनाबूद करना है।

चौबीस घंटे देंगे बिजली-पानी

राज्य का अगला बजट दिशा बदलने वाला होगा। गांवों को फोकस कर काम किया जा रहा है। आधारभूत संरचना का विकास किया जा रहा है। बेहतर नेशनल हाईवे, गांव को पक्की सड़क से जोड़ना ,चौबीस घंटे बिजली देने की योजना है। विकास के लिए जल शक्ति, ऊर्जा शक्ति, सुरक्षा शक्ति और जनशक्ति के मूलमंत्र पर काम किया जा रहा है।

करप्शन के नहीं लगे आरोप

राज्य में मंत्री अधिकारी टीम वर्क के साथ काम कर रहे हैं। दो साल में एक भी भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे हैं। भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करना है। ऊपर का भ्रष्टाचार खत्म हुआ है। नीचे स्तर का भ्रष्टाचार लोगों को शासन से जोड़कर खत्म किया जाएगा। नौकरशाहों को और अधिक पेशेवर होना होगा। झारखंड में बेहतर अधिकारियों की टीम है। यह हमारी उपलब्धि है।

नौकरी छोड़ दें नहीं काम करने वाले अधिकारी

अधिकारियों को हर हाल में काम कर के दिखाना होगा। काम नहीं करने वाले अधिकारियों की राज्य में जरूरत नहीं है। ऐसे लोग खुद काम छोड़कर चले जाए। दो साल में हर युवा और महिला को अपने पैर पर खड़ा किया जाएगा। टाटा, सीसीएल, बीसीसीएल सहित राज्य की सभी औद्योगिक कंपनियों को कहा जाएगा कि वे प्रशिक्षित मानव संसाधन झारखंड से ही लें।

पूरे देश को उजाला कर सकता है झारखंड

झारखंड पूरे देश में उजाला कर सकता है। हमारे पास इतनी क्षमता मौजूद है। स्थानीय नीति की परिभाषा तय कर हमने रोजगार का द्वारा खोला है। सीएनटी-एसपीटी एक्ट का सरलीकरण आदिवासियों की बेहतरी के लिए किया गया है। राजनीतिक दल केवल विरोध के लिए विरोध नहीं करें। विपक्ष के सुझाव और संशोधन के लिए उनका दरवाजा 24 घंटे खुले हैं।

आंखों से छलके आंसू

अपनी सरकार के दो साल की उपलब्धि बताते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास एकाएक भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हे शासन सौंपा है उनकी उम्मीदों को पूरा करने की हर पल कोशिश कर रहे हैं। कोई गलती नहीं हो, इसका भी प्रयत्न हमेशा रहता है। जनता उन्हें आशीर्वाद दे जिससे वे खुद को सबल महसूस करेंगे। इतना कहते-कहते उनका गला भर आया। समारोह स्थल पर थोड़ी देर तक शांति छाई रही।