- आठ से दस दिनों में पूरे डिपार्टमेंट को साफ करने का दिया आदेश

LUCKNOW:

बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल ने गुरुवार को निशातगंज स्थित बेसिक शिक्षा निदेशालय से लेकर राज्य शैक्षिक तकनीकी संस्थान (एसआईटीई) व राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें कई कार्यालयों में गंदगी मिली। जिस पर उन्होंने जिम्मेदारों को जमकर फटकार लगाई और आठ से 10 दिन में व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश देते हुए कहा कि यदि व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सुबह पहुंची निदेशालय

बेसिक शिक्षा मंत्री सुबह करीब 10.45 बजे बेसिक शिक्षा निदेशालय पहुंचीं। इस दौरान वह सभी कमरों में गई और पत्रावलियों के रखरखाव से लेकर अधिकारियों, कर्मचारियों की उपस्थिति देखी। निरीक्षण के दौरान एक महिला कर्मचारी बिना सूचना के गायब मिली। इस पर मिनिस्टर अनुपमा जायसवाल ने प्रशासनिक अधिकारी से पूछा तो वह बोलीं, अनुपस्थित कर्मचारी ने फोन पर छुट्टी के लिए बताया है।

पकड़ा गया झूठ

मिनिस्टर ने प्रशासनिक अधिकारी का फोन लेकर उसे चेक किया तो झूठ पकड़ा गया। इस पर उन्होंने डांट लगाई। निरीक्षण के दौरान बेसिक शिक्षा निदेशालय के ग्राउंड फ्लोर पर बने कार्यालय में भी गंदगी मिली। बिजली का बोर्ड तक खुला था। जिस पर उन्होंने जिम्मेदारों से नाराजगी जताई। उसके बाद मिनिस्टर ने सर्व शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना ऑफिस का भी निरीक्षण किया।

दीवारों पर मकड़ी के जाल

निरीक्षण में सबसे खराब स्थिति राज्य शैक्षिक तकनीकी संस्थान की मिली। यहां कमरे में धूल, दीवारों पर मकड़ी का जाला मिला। कमरों में टूटी कुर्सी-मेज भी रखी थी। इस अव्यवस्था पर मंत्री ने जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि अंदर काफी संसाधन हैं, लेकिन गंदगी और जाले से भरे।

नहीं मिली बायोमीट्रिक हाजिरी की डिटेल

बेसिक शिक्षा मंत्री ंने प्रशासनिक अधिकारी पुष्पा रंजन से बायोमीट्रिक हाजिरी की डिटेल मांगी। करीब एक घंटा बीतने के बाद भी एससीईआरटी की ओर से उन्हें यह डिटेल नहीं दी गई। पूछने पर बताया गया कि मई में इसका प्रिंट आउट निकाला गया था, उसके बाद नहीं निकाला।

विज्ञापन पर भी हुई नाराज

निरीक्षण के दौरान मिनिस्टर की नजर निदेशालय की दीवारों पर लिखे विज्ञापन पर पड़ी तो उन्होंने नाराज होते हुए तत्काल इन्हें हटाने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने पार्किग व्यवस्था दुरुस्त करने, राज्य शैक्षिक तकनीकी संस्थान में बैठने के लिए पांच सितंबर तक एक कमरा तैयार करने, सोशल मीडिया सेल बनाने, निदेशालय में काम करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नाम व काम के साथ सूची तथा कैंपस में रहने वालों का विवरण भेजने के निर्देश दिए।