अपने अपने हितों को लेकर आपस में टकराए कर्मचारी गुट

ALLAHABAD: मिनिस्टीरियल एंड टेक्निकल स्टॉफ यूनियन इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने 02 फरवरी को आम सभा की बैठक में लिए गए निर्णय के क्रम में कई बिन्दुओं पर विचार किया है। इसमें यूनियन के निर्वाचित अध्यक्ष डॉ। संतोष सहाय पर आरोप तय किए गए कि उन्होंने 26 जनवरी के दिन बाहरी लोगों के साथ मिलकर कर्मचारियों से अमर्यादित व्यवहार किया और कार्यकारिणी में लिए निर्णय के विरुद्ध ध्वजारोहण किया।

लगाए गए आरोप

इसमें यूनियन कोष पर बैंक में लगाए गए प्रतिबंध को हटवाने, पूर्व अध्यक्ष द्वारा यूनियन कोष से लिए अग्रिम धनराशि के अब तक समायोजन न दिए जाने, उच्च न्यायालय में यूनियन के विरुद्ध दाखिल याचिका, प्रशासन द्वारा कर्मचारियों को दी गई वैयक्तिक प्रोन्नति पर विचार किया गया। आम सभा ने यूनियन के समानान्तर दूसरे यूनियन के गठन और पैड के इस्तेमाल की घोर शब्दों में निंदा की। इसके लिए अनिल कुमार श्रीवास्तव, तौफिक अनवर और लक्ष्मीकांत को चेताया गया, साथ ही डॉ। संतोष सहाय को उनके पद से हटाने के अलावा छह साल के लिए सदस्यता समाप्त करने का भी निर्णय लिया गया। महामंत्री विनय प्रकाश सिंह ने बताया कि कार्यवाहक अध्यक्ष सुरेश चन्द्र ओझा को बनाया गया है। इसमें वेद प्रकाश सिंह, विज्ञान प्रकाश, अनिल सिंह, एमके द्विवेदी, नीरज वर्मा, ओम प्रकाश, अशर्फी लाल, राजेन्द्र कुमार यादव, पुनीत कुमार, ओपी गुप्ता आदि शामिल रहे।

मेरे खिलाफ की जा रही कार्रवाई अवैध है। इसमें जो लोग भी शामिल हैं वो विवि प्रशासन की चाटुकारिता में सारी हदें पार कर चुके हैं। आम सभा बुलाने का अधिकार अध्यक्ष को है। यह बैठक ही अवैधानिक है।

-डॉ। संतोष सहाय, अध्यक्ष