-सीएम बोले, लास्ट में सम्मेलन स्थगित करना अव्यवहारिक

PATNA: आखिरकार ऊर्जा मंत्रियों का सम्मेलन स्थगित होने पर सीएम का दर्द बाहर निकल ही गया। सोमवार को सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि राजगीर में देशभर के ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन को अंतिम समय पर स्थगित करना अव्यवहारिक था। संवाद कक्ष में पीसी में एक सवाल के जवाब में सीएम ने यह बात कहीं। ज्ञात हो कि राजद अध्यक्ष लालू यादव ने सम्मेलन स्थगित होने पर म्0 करोड़ के बंदरबांट का आरोप लगाया था। ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि अगर सम्मेलन होता तो बिहार सरकार का क्भ् लाख रुपए खर्च होता। केंद्र सरकार का पूरा बजट क्.90 करोड़ रुपए था।

अधिकतर लोग पहुंच चुके थे पटना

सीएम ने कहा कि सम्मेलन को तब स्थगित किया गया जब काफी लोग पटना पहुंच चुके थे। कुछ लोगों को तो दिल्ली एयरपोर्ट पर सम्मेलन स्थगित होने की सूचना मिली। सीएम ने ऊर्जा विभाग को धन्यवाद देते हुए कहा कि पटना पहुंचने वाले गेस्ट की अच्छी खातिरदारी की। सीएम ने कहा कि केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने सम्मेलन में आने का आमंत्रण दिया था। वैसे केंद्र सरकार का आयोजन था जो करना था वह किया।

बड़ौदा में बनी थी सहमति

ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि बड़ौदा में ही देशभर के ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन में इस पर सहमति बनी थी कि विशाखापट्टनम के बाद अगला सम्मेलन बिहार में होगा। बड़ा सम्मेलन था नहीं होने का अफसोस है। वहीं ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि बिहार सरकार ने आने वाले ऊर्जा मंत्रियों और सचिवों को राजकीय अतिथि घोषित किया था। इनके भोजन, वाहन और सुरक्षा की व्यवस्था हमें करनी थी।

मीडिया का पोस्टर ब्वॉय हैं लालू

वहीं सीएम ने एक बार फिर राजद अध्यक्ष लालू यादव पर निशाना साधा। सीएम नीतीश ने सोमवार को लालू को मीडिया का पोस्टर ब्वॉय बताया। लालू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए नामांकन को लेकर पूछे गए सवाल पर सीएम ने कहा पोस्टर ब्वॉय बने लालू यादव के लिए राजद तो राजनीतिक संपत्ति है। यह तो उनका फैमिली असेट है। उनके अलावा कोई दूसरा है क्या राजद में? लालू यादव के भ्रष्टाचार की बात पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि उस आदमी से क्या लेना-देना जिसे किसी चीज की जानकारी ही नहीं। मेरे स्वभाव में अगर चाहेंगे कि गाली देने की बात आ जाए तो यह संभव नहीं है। वन वे ट्रैफिक हैं लालू यादव। तेजस्वी के बयानबाजी पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बच्चा है, बोलता है। पिता के स्वभाव का असर आखिरकार जाएगा कहां? बेचारे बच्चे को फंसा दिया। पूरा परिवार तनाव में है।