स्न्क्त्रन्ढ्ढयश्वरुन्: कुचाई थाना के अरुवां पंचायत अंतर्गत सेलायडीह टोला की 12 वर्षीया आदिवासी किशोरी के साथ झोला छाप डॉक्टर विशुन सिंह सरदार (43 वर्ष) द्वारा जबरदस्ती का मामला सामने आया है। दुष्कर्म पीडि़त किशोरी साढ़े सात महीने की गर्भवती है। मामला सामने आने पर गांव में पंचायत हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला और पीड़ता के परिजनों ने कुचाई थाना में जाकर आरोपी विशुन सिंह सरदार के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया। कुचाई पुलिस ने मामला दर्ज कर पीडि़ता किशोरी का सरायकेला सदर अस्पताल में चिकित्सकीय जांच कराई जिसमें डॉक्टर ने दुष्कर्म की पुष्टि की। पीडि़ता की भाभी ने बताया कि तीन जनवरी को गांव के आंगनबाड़ी केन्द्र में जांच के लिए गए, जहां आंगनबाड़ी सेविका ने बताया कि किशोरी गर्भवती है। इस पर किशोरी के परिजनों गांव के मुंडा को इसकी सूचना दी। मुंडा ने मुखिया को सूचना दी, जिसके बाद मुखिया की उपस्थिति में गांव में बैठक हुई। बैठक में आरोपी झोला छाप डॉक्टर विशुन सिंह सरदार उपस्थित नहीं होने पर बैठक बेनतीजा रही। ग्रामीणों की सलाह पर परिजनों ने 19 जनवरी को कुचाई थाना में जाकर घटना की जानकारी दी।

घर में थी अकेली

पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के विरुद्ध मामला दर्ज कर किशोरी की मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल लाया। पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि झोला छाप डॉक्टर विशुन सरदार उसे घर में अकेली पाकर जबरन उसके साथ दुष्कर्म किया। पीडि़ता किशोरी के परिजनों ने बताया कि लगभग सात माह पूर्व उनके पिता व भाई घर में नहीं थे। रात को नशे की हालत में झोल छाप आरोपी डॉक्टर घर में घुस गया और किशोरी को अकेले देखकर उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपी ने पीडि़ता को घटना के संबंध में किसी को नहीं बताने की धमकी दी। धमकी से डरी सहमी किशोरी ने किसी को दुष्कर्म की बात नहीं बताई। किशोरी ने बताया कि आरोपी पहले दो शादी कर चुका है और पहली पत्नी की मृत्यु हो चूकी है। पहली पत्नी की एक बेटी की शादी हो चुकी है।

एमजीएम हॉस्पिटल भेजा

सरायकेला सदर अस्पताल में रविवार को डॉ सी भारती राव पीडि़ता किशोरी का मेडिकल चेकप किया। मेडिकल चेकअप कर डॉ भारती ने बताया कि बताया कि किशोरी के पेट में साढ़े सात माह का गर्भ है। नॉर्मल जांच के बाद पीडि़त किशोरी को अन्य आवश्यक जांच के लिए एमजीएम अस्पताल भेज दिया गया।

समाजिक बहिष्कार का डर

पीडि़ता को सदर अस्पताल लाई उसकी भाभी ने बताया कि अब परिजनों को समाजिक बहिष्कार का डर भी सता रहा है। उन्होंने बताया कि इस तरह की घटना के बाद आरोपी को समाजिक रीति-रिवाज में अपनाने की बात कह रहे थे, लेकिन वह फरार हो गया है।