- साथ पहुंचे दरोगा सुनते रहे गाली गलौज, रोका तक नहीं

- लिखित शिकायत के बाद भी दर्ज नहीं हुई रिपोर्ट

UNNAO: जब जनता द्वारा चुने हुए दलित बिरादरी के जनप्रतिनिधि के साथ उपनिरीक्षकों की मौजूदगी में अतिक्रमणकारी द्वारा गाली गलौज व अभद्रता की घटना हो सकती है तो आम जनता की रक्षा के प्रति पुलिस कितनी सक्षम है, यह एक बड़ा सवाल है। इतना ही नहीं आंखों के सामने हुई घटना के बाद भी पुलिस जनप्रतिनिधि की शिकायत पर कार्यवाही करना दूर आज तक रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही है।

पक्के निर्माण को लेकर हंगामा

मामला नगर पंचायत बीघापुर का है। अध्यक्ष उमानाथ 'लाला' रविवार को नगर पंचायत स्थित बाजार में एक तथाकथित चिकित्सक नवल किशोर द्वारा एक लोहे की गुमटी रखकर पक्का

निर्माण कार्य कराया जा रहा था। इसकी सूचना अध्यक्ष ने थाने में दी और निर्माण रुकवाने को कहा। इस पर थाने से दो उपनिरीक्षक मौके पर पहुंचे। जहां दोनों दरोगाओं के सामने अवैध रूप से निर्माण करा रहे दंपती ने अध्यक्ष के साथ अभद्रता करनी शुरू कर दी। मजे की बात यह रही की मौके पर मौजूद दोनों उपनिरीक्षक मूक दर्शक बने सब कुछ देखते रहे लेकिन किसी से कुछ नहीं कहा। इतना ही नहीं अध्यक्ष लाला ने रविवार को हुई इस घटना की शिकायत लिखित रूप से तहरीर देकर थाने में की। इसके बाद भी ख्ब् से अधिक समय बीत जाने के बाद रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक नजरुल हसन ने बताया कि क्राइम मी¨टग में हूं। अभी ज्यादा कुछ नहीं कह सकता, मुकदमा लिखा जायेगा।