कॉलसेंटर से हुआ कॉन्टैक्ट

कहानी शुरू होती है जून 2012 में, जब हुसैनगंज के लालकुआं निवासी पेशे से कॉन्ट्रैक्टर ललित कुमार पांडेय ने बीएसएनएल कॉलसेंटर पर कॉल किया। कॉल अटेंडेंट ने अपना नाम प्रियंका बताते हुए ललित से उसकी प्रॉब्लम पूछी। बातचीत के दौरान प्रियंका ने उससे इश्क भरी बातें शुरू कर दी और उसे अपना मोबाइल नंबर दे दिया। नंबर मिलते ही ललित के दिल में इश्क हिलोरें मारने लगा और उसने प्रियंका से बातें शुरू कर दीं। इसी बातचीत के दौरान प्रियंका ने उसे बताया कि पहचान छिपाने के लिये उसने अपना नाम प्रियंका रख रखा था, दरअसल, उसका नाम सिमरन है। इसके बाद उनमें लंबी-लंबी बातें होने लगीं।

झूठ बोलकर हासिल की सिम्पैथी

ललित के मुताबिक, बातचीत के दौरान सिमरन ने उसे बताया कि वह उत्तराखंड के गैरसैंड जिले की रहने वाली है। उसके पिता ने दूसरी शादी कर ली जिस कारण वह लखनऊ में अपने मामा के घर पर रह कर गोमतीनगर स्थित एक नर्सिंग कॉलेज से नर्सिंग का कोर्स कर रही है। उसकी दर्दभरी दास्तान सुनकर ललित उससे सिम्पैथी जताने लगा।

शुरू की वसूली

करीब एक महीने तक फोन पर बातचीत के बाद में प्रियंका उर्फ सिमरन ने उससे मिलने की इच्छा जताई। ललित ने बताया कि 3 जुलाई 2012 को पहली ही मुलाकात के दौरान सिमरन ने उससे बताया कि उसके पिता ने उसे फीस देना बंद कर दिया है। अगर समय पर फीस न जमा हुई तो उसका नर्सिंग कोर्स अधूरा ही रह जायेगा। अब तक सिमरन के इश्क के जाल में पूरी तरह फंस चुके ललित ने उसे फौरन 6 हजार रुपये सौंप दिये। अगस्त महीने में एग्जाम खत्म होने पर सिमरन ने ललित को मुंशी पुलिया के एक रेस्टोरेंट में बुलाया और उससे शादी की इच्छा जताई। इसी बीच ललित को पता चला कि सिमरन का असली नाम कुछ और ही है.पूछे जाने पर इस बार भी उसने पहचान छिपाने का बहाना बताया। इश्क में दीवाने ललित ने इसे भी नजरंदाज कर दिया। इसी के बाद उसने जरूरत बताते हुए अपना एसबीआई अकाउंट नंबर देकर उसमें रुपया जमा करने को कहा। ललित ने उसके अकाउंट में दो बार में कुल नौ हजार रुपये जमा कर दिये।

डाटा कार्ड भी खरीद लिया

विश्वास जमा चुकी सिमरन ने ललित से स्कूटी पेप लेने की इच्छा जताई। ललित ने बताया कि उस वक्त उसके पास केवल 17 हजार रुपये ही थे। तो उसने यह रकम कंपनी में जमा कर दी और बाकी पेमेंट फाइनेंस कराकर स्कूटी पेप खरीदी और सिमरन को सौंप दी। सिमरन की भूख अभी भी नहीं मिटी और उसने कई बार उससे जरूरत बताकर कैश वसूला।

Report by: pankaj.awasthi@inext.co.in