RANCHI: दो मां। दोनों की आंखों में आंसू थे। एक मां, जिसने बच्चे को जन्म दिया और दूसरी मां ने बच्चे को महज तीन दिन रखा और इन सबको मिलवाया आई नेक्स्ट ने। जी हां, छह दिनों से लापता सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के बांसटोली निवासी सुरेश रजक का क्फ् वर्षीय पुत्र अजय कुमार अपनी मां मालती देवी से शनिवार को आई नेक्स्ट ऑफिस में मिला। सोमवार से ही अपने परिजनों से बिछड़ा अजय तीन दिनों से ओरमांझी के भोला हलवाई के घर में रह रहा था। वे लोग अजय को अपने बेटे की तरह रखे हुए थे और उसके माता-पिता की खोज में जुटे हुए थे। बेटे के बिछड़ने की खबर लेकर शनिवार को आई नेक्स्ट कार्यालय पहुंची मालती देवी को जब व्हाट्सएप्प पर आई एक बच्चे की फोटो दिखाई गई, तो उसने कहा कि यही उनका बेटा है। फिर व्हाट्सएप्प नंबर पर कॉल कर भोला हलवाई को पूरे मामले की जानकारी दी गई। इसके बाद बच्चे को तीन दिनों से रख रही कलावती देवी अपने बेटे विजय के साथ अजय को लेकर आई नेक्स्ट ऑफिस पहुंची और अजय को उसकी मां के हवाले कर दिया।

और रो पड़ी कलावती देवी

कलावती देवी ने जैसे ही अजय को उसकी मां मालती देवी को सौंपा। उनका कलेजा फट गया और वह फूट-फूट कर रोने लगी। बकौल कलावती देवी लोगों ने बच्चे को रोड पर छोड़ देने की बात कही, लेकिन उनका जी नहीं माना और वह तीन दिनों से अपने घर में उसे अपने बेटे की तरह रख रही थीं। बच्चे को नहलाना-खिलाना सब कुछ खुद करती थीं। अजय कलावती देवी को नानी कहकर पुकार रहा था। कलावती ने कहा कि हम भी एक मां हैं और मां के दर्द को समझते हैं। इसलिए उसे अपने घर में ही रखा, ताकि अजय को उसका परिवार मिल जाए।

सोमवार से लापता था अजय कुमार

सोमवार की सुबह नौ बजे के करीब सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के बांसटोली में गुडडू सिंह के घर किराए पर रह रहे सुरेश रजक का क्फ् वर्षीय पुत्र अजय कुमार अचानक घर से लापता हो गया था। अजय की तलाश उसकी मां मालती देवी ने हर जगह की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला। इसके बाद उसने गुरुवार को सुखदेवनगर थाने में अजय की मिसिंग की एंट्री करवाई। फिर, भी उसे नहीं मिल रहा था। उसने अपना प्रयास जारी रखा। शुक्रवार को सोशल मीडिया के आंचलिक पत्रकार संघ में बच्चे की तस्वीर पोस्ट की गई। तस्वीर को उसकी मां को दिखाया गया तो उसने बच्चे को पहचान लिया। फिर, बच्चा जिस घर में रहता था, उसके मालिक को कॉल किया गया। कॉल करने पर घर के मालिक का बेटा विजय कुमार और उसकी मां कलावती देवी शाम को आई नेक्स्ट के दफ्तर में पहुंची। अजय अपनी मां को देख उससे लिपट गया।

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कलावती देवी को सलाम

आज के दौर में कोई मां अपने बच्चे की ठीक से परवरिश नहीं कर पा रही है, ऐसे में कलावती देवी दूसरे के बेटे को तीन दिन से अपने बेटे की तरह पाल रही थीं। ऐसी मां हर बच्चे को मिले। जिसने अजय नहला धुला कर अपने बच्चों की तरह परवरिश दी। यह परिवार चुप नहीं बैठा, जहां-जहां बच्चे के मिसिंग होने की खबर मिलती, वह अजय को लेकर पहुंच जाती।

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मालती देवी ने कहा-थैक्स आ‌ई्र नेक्स्ट

बांसटोली की रहनेवाली मालती देवी ने कहा कि आई नेक्स्ट के कारण ही उनका बेटा मिल पाया है। इसके लिए वह आई नेक्स्ट को तहे दिल से धन्यवाद देती है। उसने कलावती देवी और उसकी मां के प्रति भी आभार जताया और कहा कि यदि वे लोग नहीं होते, तो पता नहीं उसका अजय किस हाल में रहता।

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आई नेक्स्ट ने अजय के स्कूल में दाखिले का लिया जिम्मा

आई नेक्स्ट ने मानसिक रूप से कमजोर अजय कुमार का स्कूल में दाखिला कराने का जिम्मा उठाया है। जल्द ही अजय कुमार को दिव्यांग स्कूल में दाखिला करवा दिया जाएगा।