-ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन लिस्ट से कई स्टूडेंट्स के नाम हो गए गायब

-प्रिंसिपल ने बोर्ड को पत्र भेजकर दी जानकारी

ALLAHABAD: प्रैक्टिकल एग्जाम शुरू हो चुके हैं और रिटेन शुरू होने में सवा महीने का ही समय शेष रह गया है। ऐसे में समय में कई स्कूलों के प्रिंसिपल्स की ओर से आई चिट्ठी ने पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है। आपत्ति यह है कि जो बच्चे स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं उनका नाम रजिस्ट्रेशन लिस्ट से हटा दिया गया है और जो गायब हैं उनका नाम लिस्ट में शामिल है। बता दें कि इनका रजिस्ट्रेशन क्लास नाइंथ और ट्वेल्थ में हुआ था। यानी करीब डेढ़ साल पहले।

स्कूल छोड़ने वालों के नाम भी मौजूद

माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव को स्कूल के प्रिंसिपल व डीआईओएस की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि रजिस्ट्रेशन के बाद बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले स्टूडेंट्स की लिस्ट में कई ऐसे स्टूडेंट्स के नाम पर डिलिट का टैग लगा दिया गया है जो वर्तमान समय में स्कूल में पढ़ रहे है। वहीं दूसरी ओर लिस्ट में ऐसे स्टूडेंट्स के नाम मौजूद है, जो स्कूल छोड़कर जा चुके हैं, या पिछले क्लासेज में फेल हो जाने से नेक्स्ट क्लास के लिए प्रमोट नहीं हो पाए। स्कूलों ने बोर्ड से स्टूडेंट्स की लिस्ट में हुई गड़बड़ी के संशोधन कराने की रिक्वेस्ट की है।

चारों रीजन्स से पहुंची है शिकायत

बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स की लिस्ट में हुई गड़बड़ी चारों रीजन्स इलाहाबाद, बरेली, मेरठ और वाराणसी में सामने आई है। इन रीजन्स के कई स्कूलों ने बोर्ड को सूचना देते हुए कहा कि ऑनलाइन डाट फिडिंग करते समय उनके यहां के नियमित स्टूडेंट्स के नाम छूट गए हैं। उनके स्थान पर दूसरे स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के नाम अपलोड हो गए है। उन्होंने बोर्ड से रिक्वेस्ट की है कि बोर्ड जिन नियमित स्टूडेंट्स के नाम लिस्ट में छूट गए है, उनके नाम बोर्ड परीक्षा की फाइनल लिस्ट में जोड़ने की व्यवस्था करें। जिससे स्टूडेंट्स परीक्षा से वंचित न हाें।

डायरेक्टर ने दिए जांच के आदेश

रजिस्ट्रेशन में हुई गड़बड़ी को देखते हुए बोर्ड के डायरेक्टर ने सचिव को जांच के आदेश दिए हैं। डायरेक्टर ने निर्देश देते हुए कहा है कि इस प्रकरण की जांच करायी जाए। ऐसी गड़बड़ी भूल वश हुई है तो विद्यालयवार अनुमति दी जाए। 30 जनवरी तक ये कार्य पूरा करने के निर्देश भी डायरेक्टर माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से जारी कि या गया है।

विद्यालय के प्रधानाचार्यो द्वारा की गई त्रुटियों को शिक्षा निदेशक के संज्ञान में लाते हुए ऐसे छात्रा/छात्राओं को परीक्षा में बैठने की अनुमति दिए जाने का अनुरोध किया गया है। निदेशक ने प्रत्येक विद्यालय से प्रस्ताव प्राप्त करने के लिए फ्0 जनवरी तक का मौका दिया है।

अमरनाथ वर्मा

सचिव, माध्यमिक शिक्षा

एक नजर में बोर्ड की व्यवस्था

-नवीं और ग्यारवीं में छात्रों का होता है रजिस्ट्रेशन

-रजिस्ट्रेशन कराने वालों को ही मिलती है हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में बैठने की अनुमति

-प्रिंसिपल्स का कहना है कि जो बच्चे रजिस्टर्ड हैं उनके नाम गायब हैं और उन्हीं के बराबर नए नाम एड कर दिए गए हैं

-लिस्ट संशोधित नहीं हुई तो ये छात्र परीक्षा से हो जाएंगे वंचित

-निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने लिस्ट में संशोधन के लिए विद्यालयों से मांगा प्रस्ताव

-फ्0 जनवरी तक प्रिंसिपल्स को बतानी होगी छात्रों की सूची