60 हजार स्टूडेंट्स को चाहिए एडमिशन

इस साल सीबीएसई, आइसीएसई और यूपी बोर्ड के करीब 60 हजार स्टूडेंट्स स्कूल पास कर कॉलेज में एडमिशन पाने के हकदार हो गए हैं। मगर, कॉलेज और उसमें सीट्स में कोई इजाफा नहीं हुआ है। इसी वजह से अच्छे माक्र्स पाने वाले स्टूडेंट्स को भी कॉलेज में एडमिशन पाने के लिए खासी जद्दोजहद करनी होगी।

ये कॉलेजों की सीटों की स्थिति

सेंट जोंस कॉलेज

सेंट जोंस कॉलेज शहर की स्थापना के 1950 की गई थी। ये हेरिटेज बिल्डिंग है। यहां के बीकॉम फैकल्टी को बेस्ट माना जाता है। इसके अलावा यहां पर केमिस्ट्री सब्जेक्ट के लिए भी अच्छी फैकल्टी मानी जाती है। यहां पर बीए, बीएससी और बीकॉम की 1200 सीट्स हैं। पिछले साल सेंट जोंस की बीएसी मेरिट जनरल की 100 तक गई थी, वहीं बीकॉम की 111 पर ही थम गई, बीए की मेरिट 88 तक पहुंची थी।

आगरा कॉलेज

1823 में  गंगाधर तिलक ने इस कॉलेज की स्थापना कराई थी। आगरा कॉलेज यूपी का पहला ऐसा कॉलेज है जिसमें लॉ कालेज शुरू किया गया। इसके अलावा यहां पर बीए, बीएससी और बीकॉम की क्लासेज भी लगती हैं। यहां की सबसे अच्छी फैकल्टी साइंस की मानी जाती है। इस कॉलेज में गल्र्स विंग की अलग है। आगरा कॉलेज में 2,440 सीट हैं। आगरा कॉलेज में बीएससी की मेरिट सबसे ज्यादा हाई जाती है, पिछली बार मेरिट 105 तक गई थी, बीए की मेरिट 77 परसेंट तक गई। वहीं, बीकॉम फैकल्टी लास्ट ईयर ही इंट्रोड्यूज की गई।

आरबीएस कॉलेज

आरबीएस में 1885 राजा बलवंत सिंह ने की थी। आज भी इस की ट्रस्ट के उपाध्यक्ष इनके परिजनों में से एक अनिरुद्धा सिंह हैं। ये यूपी मेें एग्रीकल्चर का पहला कॉलेज है। यहां पर बीए, बीएससी और बीकॉम की टोटल 1700 सीट हैं। यह कॉलेज अपनी बीएससी एग्रीकल्चर की स्टडी के लिए फेमस है। इसके बाद साइंस फैकल्टी के लिए इसे जाना जाता है। पिछली साल बीएससी की कटऑफ लिस्ट 95 तक गई, वहीं, बीकॉम की 109 और बीए की 75 परसेंट तक पहुंची थी।

दयालबाग एजुकेशनल इंस्टीट्यूट

1981 में दयालबाग डीम्ड यूनिवर्सिटी की स्थापना हुई। 1981 से पहले दयालबाग के तीन कॉलेज थे, बाद में गवर्नमेंट से इनको डीम्ड यूनिवर्सिटी का मान्यता मिल गई। यहां पर बीए की 120, बीएससी 115 और बीकॉम की 60 सीट्स हैं। यहां पर एडमिशन मेरिट के आधार पर होता है। यहां की मेरिट काफी हाई रहती है, क्योंकि पढ़ाई के साथ साथ सोशल वर्क की भी ट्रेनिंग दी जाती है। बीएससी की फैकल्टी देशभर में पॉपुलर है। यहां के डायरेक्टर प्रो। वीजी दास हैं।

बढ़ानी होगी सीट्स

इस साल पास हुए स्टूडेंट्स का साल बर्बाद नहीं हो इसके लिए कॉलेज को सीट्स बढ़ानी होंगी। जुलाई शुरू होते ही कॉलेज और यूनिवर्सिटी एडमिशन शुरू हो जाएंगे। कॉलेजेज से प्रोस्पेक्टस 20 जून से मिलने शुरू हो जाएंगे। कॉलेज में एडमिशन के लिए कॉलेजों से और यूनिवर्सिटी कैंपस में  एडमिशन लेने लिए यूनिवर्सिटी से एडमिशन फार्म मिलना शुरू हो जाएंगे।

वर्जन

हमारे यहां बीकॉम की मेरिट सबसे ज्यादा हाई जाती है, सीबीएसई के स्टूडेंट्स यूपी बोर्ड से ज्यादा माक्र्स स्कोर करते हैं, बीकॉम के हमारे यहां तीन सेक्शन हैं, अगर यूनिवर्सिटी परमिशन देगी दो सेक्शन बढ़ाने की भी सोच रहे हैं जिससे ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जा सके।

डॉ। ए लाल, प्रिंसिपल सेंट जोंस

आगरा कॉलेज में शुरू से ही बीएससी की पढ़ाई के लिए पूरे प्रदेश में अपनी अलग पहचान बनाए  हुए है। बीएससी के करीब चार सेक्शन हैं, सीट के हिसाब से अगर एडमिशन ज्यादा हो भी जाते हैं तो उनको यूनिवर्सिटी ही जानकारी देकर किसी न किसी कोटे में सेट किया जाता है, जिससे नियमों का ख्याल रखा जाए।

- डॉ। मनोज रावत, पिं्रसीपल

इस बार एडमिशन के लिए आवेदन ज्यादा आएंगे, कॉलेजों के हिसाब से सीट की अगर बढ़ाने की डिमांड आएगी तो उस पर ध्यान दिया जाएगा।

प्रभात रंजन, रजिस्ट्रार

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