- श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी में एनुअल एग्जाम के क्वेश्चन पेपर में लापरवाही बरतने का मामला

DEHRADUN: श्रीदेव सुमन यूनिवर्सिटी में एनुअल एग्जाम के क्वेश्चन पेपर में लापरवाही बरतने का मामला सामने आया है. विवि परीक्षा प्रबंधन की ओर से की गई लापरवाही का एक उदाहरण एमए की परीक्षा में देखने को मिला.

पेपर में अंग्रेजी व हिन्दी के वाक्यों में गलतियां

ट्यूजडे को एमए राजनीतिक विज्ञान अंतिम वर्ष के चौथे पेपर में न केवल अंग्रेजी एवं हिन्दी के वाक्यों में गलतियां मिलीं, बल्कि प्रश्न पत्र में यह भी अंकित नहीं था कि दिए गए कुल 10 प्रश्नों में से कितने हल करने हैं, या सभी प्रश्न हल करना अनिवार्य है. प्रश्न पत्र के सभी प्रश्न हिन्दी एवं अंग्रेजी में पूछे गए हैं. जैसे हिन्दी में आधुनिक को मार्डन कहा जाता है, मगर प्रश्नपत्र में मेडर छापा गया है. प्रश्न नंबर तीन में 'रचना' को रजचना लिखा गया है. इसके अलावा भी प्रश्न पत्र में कई लिपिकीय त्रुटियां हैं. राज्य के सभी 103 राजकीय महाविद्यालय श्रीदेव सुमन विवि से संबद्ध हैं. इसके अलावा कई अन्य निजी कॉलेज की मान्यता भी श्रीदेव सुमन विवि से है. जानकारी मिलने के तत्काल बाद विवि के कुलपति डॉ.यूएस रावत ने विवि के परीक्षा नियंत्रक डॉ. दिनेश चंद्र को तलब कर संबंधित प्रश्नपत्र के बारे में रिपोर्ट मांगी. डॉ.यूएस रावत ने बताया कि एमए राजनीतिक विज्ञान अंतिम वर्ष के चौथे पेपर में कुछ त्रुटियां हैं.जिसे देखते हुए तत्काल प्रभाव से पेपर सेटर को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है. भविष्य में गलतियां न हों, इसके कड़े निर्देश दिए गए हैं.