फंसा दाखिला

गेजुएशन, इंजीनियरिंग व मेडिकल कोर्सेज के लिए विभिन्न यूनिवर्सिटीज व कॉलेजेज में हुए एंट्रेंस एग्जाम्स में बहुत सारे स्टूडेंट्स पास आउट हो गए हैं। यहां तय डेट पर एडमिशन लेना है। काउंसलिंग की डेट भी डिक्लेयर हो गयी है। ऐसे में उनका एडमिशन फंस सकता है जिनके मार्कशीट में गड़बड़ी है। यानि मार्कशीट पर नाम, पिता का नाम, सब्जेक्ट, माक्र्स की गड़बड़ी सहित अब्सेंट कर दिया गया है। उन्होंने इसे सही करने के लिए बोर्ड ऑफिस में अपना अप्लीकेशन दिया है। यदि ये समय रहते सही नहीं हुए तो रिलेटेड स्टूडेंट्स का काउंसलिंग छूटना तय है। वह एंट्रेंस एग्जाम पास होने के बाद भी एडमिशन नहीं करा पाएगा.   

12वीं में गड़बड़ी अपार

हांलाकि यूपी बोर्ड के दसवीं व 12वीं दोनों की मार्कशीट में गड़बडिय़ां हैं। फिर भी इंटर के मार्कशीट में गड़बड़ी का अंबार है। इस क्लास के मार्कशीट में शिकायत सबसे अधिक है। 14 जून से तीन जुलाई तक एक हजार स्टूडेंट्स ने अपने मार्कशीट की गड़बड़ी को दूर करने का अप्लीकेशन यूपी बोर्ड के रीजनल ऑफिस में दे चुके हैं। जबकि हाईस्कूल में इस बीच 534 अप्लीकेशन पड़े हैं। इनमें स्टूडेंट का नाम, पैरेंट्स के नाम सहित मार्कशीट में सब्जेक्ट का नाम छूट गया है, माक्र्स गलत चढ़ गए हैं। इसके अलावा एग्जाम में अपीयर हुए स्टूडेंट्स को अब्सेंट भी कर दिया गया है। इन सबको सही कराने में स्टूडेंट्स व उनके गार्जियंस को पसीने छूट रहे हैं. 

इंटरनेट मार्कशीट नहीं

रिजल्ट आउट होने के बाद इंटरनेट के जरिये मिलीं हुई मार्कशीट्स ग्रेजुएशन, इंजीनियरिंग व मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन के लिए नहीं एक्सेप्ट नहीं की जा रही हैं। काउंसलिंग के दौरान स्टूडेंट्स से कहा जा रहा है कि ओरिजनल मार्कशीट लाइए या इंटरनेट के थ्रू मिली मार्कशीट के साथ एफिडेबिट व संबंधित कॉलेज का वेरीफिकेशन लेटर ले आइए, तभी काउंसलिंग में अपीयर होने दिया जाएगा। ऐसे में स्टूडेंट्स उलझ गए हैं।

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मार्कशीट की गड़बड़ी दूर करने के लिए 14 जून से बोर्ड ऑफिस में ग्रेवांस सेल का गठन कर दिया गया है, जो 15 जुलाई तक काम करेगा। फिर भी ग्रेंवास सेल में आए अप्लीकेशंस को प्रियारिटी पर रखा जा रहा है।

डीके शुक्ला, रीजनल सेक्रेट्री

यूपी बोर्ड, वाराणसी