छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : चांडिल अनुमंडल के नीमडीह प्रखंड स्थित तेतलो में शुक्रवार को मरम्मत के दौरान तार में अचानक करंट प्रवाहित होने से एक बिजली मिस्त्री की मौत हो गई, जबकि दूसरा घायल हो गया। दोनों मिस्त्री संवेदक के माध्यम से झारखंड बिजली वितरण निगम में मेंटेनेंस (रखरखाव) कार्य के लिए तैनात थे। विद्युत निगम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने टाटा-पुरुलिया राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच 32) को चार घंटे तक जाम रखा।

बिजली विभाग की लापरवाही

इससे पहले रघुनाथपुर निवासी माजोल उर्फ जगबंधु कुमार और उडि़या गांव निवासी लखन कुमार दोपहर में तेतलो के पास तैंतीस हजार वोल्ट के तार की मरम्मत कर रहे थे। उसी समय तार में करंट प्रवाहित हो गया, जिसमें दोनों घायल हो गए। पोल से गिरते ही आनन-फानन में स्थानीय लोग दोनों को लेकर चंाडिल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां डाक्टर ने माजोल को मृत घोषित कर दिया। वहीं दूसरे मिस्त्री का इलाज चल रहा है।

मुआवजे की मांग को ले फूटा गुस्सा

माजोल की मौत की सूचना रघुनाथपुर पहुंचते ही ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर टाटा-पुरुलिया राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच 32) जाम कर दिया। ग्रामीण मृतक के एक आश्रित को सरकारी नौकरी, बीस लाख मुआवजा समेत अन्य सरकारी योजनाओं के तहत सहायता देने की मांग कर रहे थे। देर शाम चांडिल के अनुमंडलाधिकारी भागीरथ प्रसाद मौके पर पहुंचे और सरकारी प्रावधान के मुताबिक मुआवजा दिलाने की घोषणा की। उसके बाद जाम हटा।

बिजली विभाग बोला, ठनके से मौत

हाईटेंशन तार की मरम्मत के दौरान मानव दिवस मिस्त्री की मौत के बाद बिजली वितरण निगम के सहायक अभियंता सोहन सिंह ने कहा कि मरम्मत के दौरान बिजली चालू नहीं की गई। मरम्मत के दौरान आकाश में बिजली चमक रही थी। तार पर ठनका गिरने से धारा प्रवाहित हो गई, जिससे मिस्त्री की मौत हो गई।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से चलेगा मौत का पता

ग्रामीणों के लापरवाही के आरोप और बिजली अभियंता के ठनके से मौत होने के दावे के बीच चांडिल के अनुमंडलाधिकारी भागीरथ प्रसाद ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत का कारण तय होगा।