RANCHI : रिम्स में मेडिकोज के नाम पर पर्ची काटी जा रही है लेकिन फ्री टेस्ट किसी और का कराया जा रहा है। इस बात का खुलासा रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट में टेस्ट कराने आए एक मरीज की पर्ची से हुआ। इस बाबत रेडियोलॉजी के प्रभारी ने डॉक्टर से पूछताछ की और शिकायत दर्ज कराने की बात कही। रिम्स में फ्री टेस्ट की खातिर किस कदर फर्जीवाड़े का खेल चल रहा है, इसे सहज ही समझा जा सकता है, लेकिन इसपर नकेल कसने में रिम्स प्रशासन कामयाब नहीं हो पा रहा है।

पुलिस केस की भी पर्ची

फ्री टेस्ट कराने के लिए कई लोग पुलिस केस की भी पर्ची कटा लेते है। ऐसे मरीजों की डॉक्टर भी जांच नहीं करते और तरह-तरह के टेस्ट लिख डालते है। इतना ही नहीं पीआइआर नंबर भी उसमें क्लियर नहीं लिखा जाता है। इस वजह से रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट के स्टाफ्स को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। बस पुलिस केस लिखा देखकर वे मरीज का एक्सरे व अन्य जांच कर देते हैं।

केस -1

रवि कुमार नाम के मेडिकोज ने कुछ टेस्ट कराने के लिए डीएस से अलाउ फ्री करा लिया। इसके बाद वह टेस्ट कराने के लिए एक्सरे में पहुंचा। जहां रेडियोलॉजी में इंट्री के लिए बुलाया गया तो मरीज का नाम कुछ और था। वहां मौजूद अधिकारी ने जब पूछताछ की तो वह चलता बना। वहीं अधिकारी ने कहा कि इस मामले की कंप्लेन करेंगे।

केस-2

सूरज कुमार नाम का व्यक्ति के एक्सरे के लिए डॉक्टर ने लिखा। साथ ही पर्ची में पेन से ही पीआइआर का फर्जी ंबर डाल दिया। इस दौरान जब इंट्री करने वाले स्टाफ ने डॉक्टर के बारे में पूछा तो मरीज डॉक्टर के पास पहुंचा। साथ ही स्टाफ ने भी डॉक्टर से पूछताछ की। उस समय डॉक्टर भी मामले को दबाने की कोशिश करने लगे। इसके बाद मरीज को समझा बुझाकर भगा दिया।