- हेल्थ से जुड़े पहलुओं को बीआरडी, टेक्निकल पहलुओं को एमएमएमयूटी और हिस्टोरिकल और बायोलॉजिकल पहलुओं को देखेगा डीडीयू

- डीडीयू, एमएमएमयूटी और बीआरडी मेडिकल कॉलेज सिटी के डेवलपमेंट के लिए एक साथ करेंगे वर्क

- एमएमएमयूटी के बीटेक थर्ड इयर के स्टूडेंट्स नवीन राय ने तैयार किया प्रपोजल, सभी संस्थानों के हेड्स ने दिए पॉजिटिव संकेत

GORAKHPUR : सिटी के तीन बड़े संस्थान जल्द ही एक प्लेटफॉर्म पर नजर आएंगे। इसके लिए तैयारी और प्रयास दोनों ही शुरु हो चुके हैं। इसकी पहल की है एमएमएमयूटी के बीटेक के स्टूडेंट नवीन कृष्ण राय ने। इलेक्ट्रॉनिक्स थर्ड इयर के स्टूडेंट नवीन की मानें तो इसके लिए एमएमएमयूटी, डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी और बीआरडी मेडिकल कॉलेज के वीसी और प्रिंसिपल का पॉजिटिव रिस्पांस भी मिल चुका है। जल्द ही यह तीनों एक प्लेटफॉर्म पर आकर सिटी के डेवलपमेंट में हेल्प करेंगे।

इनोवेटिव स्टूडेंट्स के लिए बेहतर प्लेटफॉर्म

नवीन की मानें तो यह प्रपोजल इनोवेटिव स्टूडेंट्स के लिए काफी हेल्पफुल होगा। सिटी में रहने वाले कुछ स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जिनके पास सिटी को डेवलप करने और उसे आगे ले जाने के लिए आइडियाज हैं, लेकिन फैसिलिटी की कमी और इंफ्रास्ट्रक्चर न होने की वजह से वह ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे लोगों के लिए यह प्रपोजल काफी मददगार होगा। नवीन ने बताया कि अगर यह प्रपोजल पास हो जाता है और सिटी के तीन बड़े संस्थान एक प्लेटफॉर्म पर आ जाते हैं तो उसके बाद एक इनोवेटिव सेल बनाया जाएगा। इसमें स्टूडेंट्स अपने आइडियाज लेकर एमएमएमयूटी के इनोवेटिव सेल में कॉन्टैक्ट करेंगे, जिसके बाद टेक्निकल कमेटी उस आइडिया की स्क्रीनिंग करेगी कि आइडिया वाकई में बेहतर है कि नहीं? अगर उसका रिजल्ट पॉजिटिव रहा तो इस पर वर्क स्टार्ट हो जाएगा।

कुछ अलग नहीं, बस पहल है

एमएमएयूटी के स्टूडेंट का यह प्रयास हालांकि नया नहीं है, लेकिन सिटी को डेवलप करने के लिए यह एक अच्छी और बड़ी पहल है। जिस तरह से इन तीन संस्थानों को एक प्लेटफॉर्म पर लाने की कोशिश की जा रही है, इसकी पहल आईआईटियंस पहले ही कर चुके हैं, जिसके रिजल्ट भी काफी पॉजिटिव मिले हैं। इसमें देश के सभी आईआईटीज के साथ डीयू, पीयू, जेएनयू, आईटी बीएचयू, एडीयू, डब्लूडब्लूएफ इंडिया के साथ कई बड़े संस्थान 'गंगा रीवर बेसिन' मुहिम में साथ काम कर चुके हैं, जिसमें सारे देशवासियों का साथ भी मिल चुका है। आईआईटीज का यह प्रोजेक्ट हाल ही में कंप्लीट हुआ है।

पहले फेज में राप्ती, आमी और रामगढ़ताल पर होगा फोकस

नवीन ने बताया कि आईआईटीज की तर्ज पर यहां पर भी पहला फोकस सिटी में बहने वाली राप्ती, आमी और रामगढ़ताल पर होगा। उन्होंने प्लान बनाया है कि इस प्रोजेक्ट में एमएमएमयूटी की ओर से वॉटर का कन्टामिनेशन चेक किया जाएगा, वहीं कन्टामिनेशन की वजह से पानी से क्या-क्या बीमारियां हो सकती है, इसकी जांच बीआरडी मेडिकल कॉलेज के जिम्मे होगी। वहीं किस तरह के एक्वेटिक एनिमल्स और फंगस सर्वाइव कर सकते हैं, इसकी जांच डीडीयू का जूलॉजी और बॉटनी डिपार्टमेंट करेगा, वहीं हिस्ट्री डिपार्टमेंट इसके हिस्टोरिकल इंपॉर्टेस पर रिसर्च करेगा।

फाइनल स्टेज में बातचीत

नवीन ने बताया कि इसके लिए उसने कई जगह पर सर्वे किए हैं, साथ ही एमएमएमयूटी के वीसी प्रो। ओंकार सिंह, डीडीयू के वीसी प्रो। अशोक कुमार और बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। केपी कुश्वाहा से बातचीत भी की है। वह इस प्रपोजल पर राजी भी हो चुके हैं। उसने बताया कि बातचीत फाइनल स्टेज में पहुंच चुकी हैं, जल्द ही सारी फॉर्मेल्टी पूरी करने के बाद तीनों संस्थानों को एक प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा। फ्यूचर में इसको और भी ब्रॉड वे में एक्सपेंड करने की तैयारी की जा रही है।