छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : कॉमर्शियालाइजेशन किस तरह हावी होती जा रही है, इसका नजारा शहर में आसानी से देखा जा सकता है। आपकी नजर जहां तक जाती है, आपको सैकड़ों छोटे-बड़े वैसे होर्डिग्स जरूर नजर आ जाएगी, जिसमें एडवर्टिजमेंट चिपका है। पब्लिक प्लेसेज, शॉप्स और कई घरों में ऐसी होर्डिग्स लगी होती है। खासकर मानगो एरिया के गली-चौराहों व घरों पर लगी होर्डिग्स न सिर्फ शहर की ब्यूटी को बिगाड़ रही है, बल्कि इस वजह से एक्सीडेंट की भी आशंका बनी रहती है। खास बात है कि इसमें कई होर्डिग्स इलीगल तरीके से लगाई गई है। अब एमएनएसी ने बिना परमिशन के घरों में लगी होर्डिग्स का सर्वे करने जा रही है। इसके अलावे होर्डिग्स की रेट में 10 परसेंट इजाफा करने का भी प्रपोजल है।

होर्डिग्स का हो रहा सर्वे

मानगो एरिया में इलीगल होर्डिग्स की भरमार है। बगैर किसी परमिशन के बड़ी संख्या में घरों पर भी होर्डिग लगाए गए है। एमएनएसी के सैनिटरी इंस्पेक्टर सी गोस्वामी ने बताया कि घरों के उपर लगे ऐसे होर्डिग्स की संख्या 100 से भी ज्यादा है। एमएनएसी के स्पेशल ऑफिसर जेपी यादव ने बताया कि ये होर्डिग्स इलीगल तो है, साथ ही अगर स्ट्रक्चर सही ना हो तो एक्सीडेंट की वजह भी बन सकती है। उन्होंने कहा कि बिना परमिशन के घरों में लगी होर्डिग्स को लेकर कार्रवाई की जाएगी, इसके लिए सर्वे किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर घरों में लगे होर्डिग का स्ट्रक्चर सही होगा, तो उससे रेंट लेने पर विचार किया जाएगा।

बढ़ेगा होर्डिग्स का रेट

एमएनएसी होर्डिग्स का रेट बढ़ाने पर भी विचार कर रही है। फिलहाल एमएमएनसी द्वारा होर्डिग्स के लिए प्रति स्क्वायर फीट 38 रुपए लिए जाते हैं। इसे 42 रुपए स्क्वायर फीट करने का प्रपोजल है। जेपी यादव ने बताया कि होर्डिग्स की रेड बढ़ाने की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही लागू कर दिया जाएगा। एमएनएसी द्वारा अलग-अलग एरियाज में 63 होर्डिग्स के लिए परमिशन दिया गया है। इसके अलावे 22 होर्डिग्स वैसे भी है, जिनके परमिशन को रेंट नहीं देने अथवा कुछ वजहों से कैंसिल कर दिया गया है। अब इन होर्डिग्स को लेकर भी नोटिस भेजी जाएगी।