पकड़े गए शूटरों ने कबूला हत्या के लिए सुपारी दिए जाने का राज

फरार दो अभियुक्तों की तलाश में जगह-जगह दबिश देने में जुटी पुलिस

ALLAHABAD: मऊआइमा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख और हिस्ट्रीशीटर मो। शमी की हत्या के लिए 10 लाख की सुपारी दी गई थी। प्रतापगढ़ जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी शूटर विमल कुमार और रोहित सिंह की गिरफ्तारी के बाद यह तथ्य प्रकाश में आया। शूटरों को रकम देने वाले की खोज में पुलिस जुट गई है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि सुपारी देने की वजह क्या था। पूछताछ के बाद पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम फरार राजेश मौर्य की तलाश में दबिश देना शुरू कर दी है। सर्विलांस के जरिए पुलिस को तीन दिन पूर्व राजेश की लोकेशन चंडीगढ़ में मिली थी। माना जा रहा है कि साजिशकर्ता और सुपारी देने वाला गंगापार का एक प्रभावशाली शख्स हो सकता है। फिलहाल घटना में शामिल दो शूटर समेत तीन अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस सोमवार को मामले का पर्दाफाश करने जा रही है।

19 मार्च की रात हुई थी हत्या

पूर्व ब्लाक प्रमुख व बसपा नेता मो। शमी की हत्या 19 मार्च की रात घर के बाहर की गई थी। परिजनों ने इस ममले में वर्तमान ब्लॉक प्रमुख सुधीर मौर्या समेत तीन लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हत्या के बाद एसएसपी के निर्देश पर खुलासे के लिए कई टीमों को लगाया गया। हत्या की जांच शुरू हुई तो कई कहानी सामने आने लगी। ऐसे में पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने शूटरों की तलाश शुरू की। हाल ही में पुलिस टीम ने इस हत्याकांड से जुड़े तीन अभियुक्तों को दबोच लिया है। जबकि वारदात में शामिल प्रतापगढ़ के ही महेन्द्र की हत्या उसके साथियों ने मो। शमी की हत्या के बाद कर दी। गिरफ्त में आए शूटरों के पास से असलहा, कारतूस और हत्या के बाद मिली कुछ रकम भी बरामद हुई है। फरार चल रहे अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है।