54,120 मोबाइल फोन चोरी की शिकायतें दर्ज कराई गई एक साल में

1000 मोबाइल फोन बीते एक साल में बरामद कर सकी है पुलिस

150 से 200 मोबाइल चोरी की शिकायतें हर माह थाने में आती हैं

दूसरे देशों में आईएमईआई नंबर से मोबाइल को ढूंढना मुश्किल

Meerut। जिले में बीते दिनों में मोबाइल चोरी के आंकड़ों में तेजी से इजाफा हुआ है। यही नहीं, मेरठ पुलिस को मिले इनपुट्स के मुताबिक चोरी के मोबाइल पाकिस्तान, नेपाल या अन्य दूसरे देशों में खपाए जा रहे हैं। एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि चोरी हुए मोबाइल नेपाल में खपाए जा रहे है। कारण दूसरे देशों में आईएमईआई नंबर से मोबाइल को ढूंढ पाना आसान नहीं होता है।

जांच में खुलासा

गौरतलब है कि बीते दिनों क्राइम ब्रांच ने चार मोबाइल चोरों को दबोचा था, जिन्होंने कई चौकाने वाले खुलासे किए थे। उन्होंने बताया कि वह मोबाइल चोरी करके तुरंत ही स्विच ऑफ कर देते हैं। इसके बाद वह चोरी के सभी मोबाइल एकत्रित करके दिल्ली में मोबाइल तस्कर को बेच देते हैं। दिल्ली में बैठे मोबाइल तस्कर उन्हें पाकिस्तान व नेपाल में भेजते हैं। वहां पर वह चोरी का मोबाइल आसानी से मार्केट में बेचााता है।

पकड़ में नहीं आता

एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि अगर चोरी का मोबाइल दूसरे देशों में चलाया जाता है तो उसके आईएमईआई यानि इंटरनेशनल मोबाइल इक्वपमेंट आईडेंटिटी नंबर को दूसरे देश में ट्रैक करना मुश्किल होता है। दोनों देशों में कागजी कार्रवाई में ही काफी समय निकलाता है।

बढ़ रहीं घटनाएं

गौरतलब है कि बीते महीनों में मेरठ में मोबाइल चोरी का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। हालत यह है कि मेरठ में एक ही थाने में रोज पांच से छह मोबाइल चोरी या गुम होने की शिकायत आती है। मेरठ में कुल 32 थाने हैं तो ऐसे में सभी थानों में प्रतिदिन करीब 160 मोबाइल चोरी या गुम हो जाने की शिकायत आती है।