आगरा। थाना सदर में मोबाइल डीलर ने सिटी के दो व चीन निवासी दो मैनेजरों पर मुकदमा दर्ज कराया है। मामला मोबाइल दूसरे स्थान से बेचे जाने का है। मैनेजर ने जब पैनल्टी लगने की बात कही तो व्यापारी बिफर गया और खुद को साबित भी किया इसके बाद भी उस पर पैनल्टी बनी रही लिहाजा पीडि़त है मैनेजरों की भूमिका पर सवाल खड़ा कर मुकदमा करा दिया।

मोबाइल का माल करते हैं सप्लाई

सुल्तानपुरा निवासी रोहित अग्रवाल की सुल्तानपुरा चौराहे पर बीके मोबाइल एंड कम्प्यूटर के नाम से दुकान है। अच्छे काम को देख कर कंपनी ने जनवरी ने इन्हें सम्मानित भी किया था जिससे इंसेंटिव बढ़ गया। आरोप है कि कम्पनी के मैनेजर नाजायज रुपयों की मांग करने लगे। 50 हजार रुपये हर महीने देने का दबाव बनाया नहीं तो नुकसान करने की धमकी दी गई।

दूसरी जगह मोबाइल बेचे जाने का आरोप

पीडि़त के मुताबिक चौथ न देने पर मैनेजरों ने उनकी कंपनी का मोबाइल दूसरे स्थान से रीटेल होने का आरोप लगाया। उन्होने बिल भी दिखाए। इसकी पुष्टि के लिए वह एक मैनेजर के साथ पूना गया। जिस दुकान से मोबाइल बेचा गया उस दुकान पर पूछताछ की तो उसने साफ इनकार किया कि बिल उसकी दुकान के नहीं है। सब कुछ साफ होने के बाद भी रुपयों की डिमांड की गई।

फिर से लगाया आरोप

पीडि़त के मुताबिक उसके व्हाट्सअप पर फिर से मैसेज आया कि मोबाइल बाहर बेचें गए है। पहले चार लाख की पैनल्टी लगाई बाद में दो लाख की कर दी। इस पर डीलर ने सबूत मांगा तो नहीं दिया। बस इतना ही कहा कि पैनल्टी जमा कराओ नहीं तो बिलिंग और इंसेंटिव भूल जाओं। कई बार धमकी मिलने से डीलर तनाव में आ गया है।

पूना जाने का भी नहीं दिया रुपया

रोहित अग्रवाल के मुताबिक कंपनी के लोगों ने पूना जाने से पहले वहां के पूरे खर्चे को रिफंड बताया था। 7 मई को वह पूना गए थे। कुल चार लोग वहां फ्लाईट से गए जिनका खर्चा करीब सवा लाख रुपये आया लेकिन अभी तक रुपया नहीं मिला। कंपनी के लोग रुपया देने की बात कर रहे है लेकिन अभी तक दिया नहीं है। पीडि़त ने परेशान होकर थाना सदर में नामजद मुकदमा दर्ज कराया है।