- दो जैमर लगाने के लिए पहुंचा सामान

- मंडलीय कारागार में बवाल से आई तेजी

GORAKHPUR: मंडलीय कारागार के कैदियों द्वारा मोबाइल से बात करने के सिलसिले पर जल्द ही कारगर अंकुश लग जाएगा। मोबाइल तलाशी के बाद बंदियों के उत्पात मचाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए जेल प्रशासन ने सुरक्षा की व्यापक रणनीति बनाई है, जिसके तहत मंडलीय कारागार में जल्द जैमर लगा दिया जाएगा। इससे जेल एरिया में मोबाइल नेटवर्क कार्य नहीं करेगा। कारागार प्रशासन ने इसको लेकर सभी प्रक्रिया पूरी कर ली है। मार्च तक जेल में जैमर काम करना शुरू कर देगा।

वरिष्ठ जेल अधीक्षक एसके शर्मा ने बताया कि सभी इंक्विपमेंट्स आ गए हैं। जल्द उनको इंस्टाल कर दिया जाएगा। गोरखपुर के साथ ही प्रदेश की 12 अन्य जेलों को जैमर से लैस किया जा रहा है। इसके लिए कुल 71 करोड़ 28 लाख 80 हजार रुपए का बजट पहले ही जारी हो चुका है।

जेल में बरामद हुए थे मोबाइल

मंडलीय कारागार में मोबाइल फोन यूज करने के मामले में अक्सर सामने आते रहते हैं। 13 अक्टूबर 2016 को एक कैदी की मौत के बाद बंदियों ने जमकर बवाल काटा था। बाद में सामने आया कि घटना के एक दिन पहले जेल में सघन तलाशी हुई थी। इस दौरान भारी मात्रा में मोबाइल फोन बरामद हुए थे। मामले की जांच में पाया गया कि मोबाइल चले जाने से गुस्साए बंदियों ने मौत को बहाना बनाकर उत्पात मचाया था। उसके बाद जनवरी में डीएम संध्या तिवारी और एसएसपी रामलाल वर्मा ने अचानक छापेमारी की। इस दौरान बैरकों से सिमकार्ड सहित कई आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुई थीं। इसको देखते हुए पूरे जेल एरिया के नेटवर्क को जाम करने की तैयारी चल रही है।

54 लाख रुपए कीमत से लगेंगे दो जैमर

मंडलीय कारागार में जैमर लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सभी जरूरी उपकरणों को मंगा लिया गया है। जेल अधिकारियों का कहना है गोरखपुर जेल के लिए कम से कम छह जैमर की जरूरत है। फिलहाल पहले चरण में दो जैमर लगाए जा रहे हैं। बाकी चार जैमर दूसरे चरण में लगाए जाएंगे। इसके लिए इलाहाबाद के नैनी से जरूरी उपकरण आ चुके हैं। भारत सरकार की ओर से नामित इलेक्ट्रानिक कारपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड के टेक्नीशियन जैमर इंस्टाल करेंगे।

इन जेलों में भी लगेंगे जैमर

बरेली, फिरोजाबाद, अलीगढ़, एटा, मुरादाबाद, इटावा, बुलंदशहर, बांदा, मैनपुरी, झांसी, जौनपुर और बलिया

वर्जन

जैमर लगाने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसके लिए जरूरी उपकरण मंगा लिए गए हैं। जल्द जैमर लगाने का कार्य शुरू हो जाएगा।

एसके शर्मा, वरिष्ठ जेल अधीक्षक