अधिकारियों ने कहा है कि हाई स्कूल के छात्र-छात्राएँ कक्षाओं में मोबाइल फ़ोन नहीं ला सकेंगे। इतना ही नहीं वे सड़कों पर बाइक भी नहीं चला सकते। इसके अलावा लड़कियों की स्कर्ट की लंबाई भी तय कर दी गई है। वे मिनीस्कर्ट नहीं पहन सकतीं- या तो पतलून पहननी होगी या स्कर्ट की लंबाई घुटनों तक होनी चाहिए। मकसद है सड़कों और कक्षाओं को अनुशासित रखना।

हाई स्कूलों के संगठनों, बच्चों के अभिभावकों और स्थानीय प्रशासन की बैठक हुई थी जिसमें ये फ़ैसले लिए गए। नेपाल में केंद्र सरकार ने एक हफ़्ते पहले दिशा निर्देश जारी किए थे कि सभी छात्र और शिक्षक कक्षा में मोबाइल फ़ोन के इस्तेमाल से परहेज़ करें ताकि पढ़ाई का वातावरण बना रहे।

नेपाल की गार्डियन्स एसोसिएशन के सदस्य हेमराज बराल के मुताबिक बच्चों को सड़क दुर्घटनाओं से बचाने के लिए उन पर मोटरसाइकल न चलाने की पाबंदी लगाई गई है.इलाक़े के मुख्य ज़िला अधिकारी शंबू कोइराला ने कहा है कि इन फ़ैसलों को लागू करवाया जाएगा.बीबीसी संवाददाता नारायण कार्की के मुताबिक कई विद्यार्थी इससे ख़ुश हैं।

12वीं कक्षा की क्रिस्पी का कहना है, “लोग मिनीस्कर्ट पहन रहे थे। उसकी एक सीमा होनी चाहिए। बच्चे कक्षा में पीछे बैठक मोबाइल फ़ोन इस्तेमाल कर रहे थे। मैं इन फ़ैसलों से ख़ुश हूँ.” पोखरा शहर कासकी ज़िले में आता है जहाँ हाई स्कूलों में करीब बीस हज़ार विद्यार्थी पढ़ते हैं।

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