-बदायूं रोड पर दुकानदार से मोबाइल लूट में सुभाषनगर पुलिस ने नहीं दर्ज की थी एफआईआर

-पैटर्न लॉक खुलवाने के दौरान पकड़ा गया 4 बदमाशों का गैंग, मोबाइल खरीदने वाले को छोड़ा

BAREILLY: बरेली पुलिस मोबाइल लुटेरों को गिरफ्तार कर वाहवाही लूटने में लगी हुई है, जबकि पुलिस ने तो लूट की एफआईआर ही दर्ज नहीं की थी। लुटेरों को पुलिस ने नहीं पकड़ा बल्कि लुटेरे मोबाइल के पैटर्न लॉक की वजह से पकड़े गए हैं। सुभाषनगर थाना एरिया में बदायूं रोड पर 25 दिसंबर को हुई मोबाइल लूट के मामले का खुलासा करते हुए कोतवाली पुलिस ने 4 लुटेरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बदमाशों को लूट की योजना बनाते हुए गिरफ्तार दिखाया है। पुलिस ने लूटा हुआ मोबाइल भी बरामद कर लिया है। बदमाशों से कोतवाली एरिया में सीओ के चचेरे भाई से लूट का भी खुलासा हुआ है। इसके अलावा भी बदमाशों ने कई वारदातों को अंजाम दिया था लेकिन इन मामलों की एफआईआर दर्ज नहीं की गई थीं।

बदायूं रोड पर लूटा थ्ा मोबाइल

बता दें 25 दिसंबर की रात में बदायूं रोड पर शांति विहार निवासी अंकित का बाइक सवार बदमाशों ने मोबाइल लूट लिया था। अंकित की बटलर प्लाजा में ओम सांई कम्युनिकेशन के नाम से मोबाइल रिपेयरिंग की शॉप है। अंकित ने बताया कि वह सुभाषनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराने गया था लेकिन पुलिस ने कहा था कि बाइक का नंबर पता नहीं चला है, ऐसे में कैसे रिपोर्ट दर्ज करायी जाए। पुलिस ने सिर्फ गुमशुदगी दर्ज कर ली थी। जिसके बाद अंकित ने नया मोबाइल खरीदा था। अंकित ने बताया कि 31 दिसंबर को जब वह अपनी दुकान पर बैठा था कि तभी दो युवक उसके पास मोबाइल का पैटर्न लॉक खुलवाने पहुंच गए। उसने देखते ही अपना मोबाइल पहचान लिया और फिर पैटर्न लॉक खोला तो उसका ही मोबाइल निकला। जिसके बाद उसने पैटर्न लॉक खुलवाने आए रेलकर्मी हीरालाल और उसके साथी संतोष को पकड़ लिया और कोतवाली पुलिस को सूचना दे दी।

19 हजार का मोबाइल ढाई हजार में

जब पुलिस ने हीरालाल से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने विवेक के जरिए 19 हजार का मोबाइल ढाई हजार रुपए में मोबाइल खरीदा था। उसे नहीं पता था कि मोबाइल चोरी का है। हीरालाल की निशानदेही पर पुलिस ने विवेक को पकड़ा और फिर विवेक ने मोबाइल लुटेरों के बारे में पुलिस को जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने मोबाइल लुटेरों वीरू निवासी गणेशनगर, रोहित निवासी नेकपुर, आशीष उर्फ शिवम उर्फ गिल्टा निवासी गंगानगर और करन निवासी राजेंद्र नगर को गिरफ्तार कर लिया। वीरू और रोहित ने ही अंकित का मोबाइल लूटा था। आशीष और करन उसके साथी हैं। पुलिस ने संजू उर्फ ठाकुर को भी पकड़ा लेकिन वादी ने उसे नहीं पहचाना, जिसके चलते पुलिस ने उसे अभी चाकू में गिरफ्तार कर जेल भेजा है। हालांकि पुलिस ने इस मामले में मोबाइल खरीदने वाले हीरालाल और उसके दोस्त संतोष और मोबाइल बिकवाने वाले विवेक को छोड़ दिया है।

जंक्शन एरिया में करते थे लूट

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि बदमाश माल गोदाम रोड, जंक्शन रोड, बदायूं रोड व आसपास के एरिया में मोबाइल लूटते थे। उन्होंने 28 दिसंबर की रात जंक्शन रोड पर सीओ आंवला के चचेरे भाई धीरज का मोबाइल भी लूट लिया था। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की थी। इसके अलावा भी बदमाशों ने कई मोबाइल लूट की वारदातों को अंजाम दिया था, जिनकी एफआईआर ही दर्ज नहीं की गई थीं। इस तरह से पहले भी इज्जतनगर, कोतवाली, प्रेमनगर में मोबाइल लुटेरे पकड़े गए थे, जिनसे कई मोबाइल बरामद हुए थे लेकिन एफआईआर एक या दो ही मामलों की दर्ज की गई थीं।