कैंट बोर्ड की लापरवाही हुई उजागर, कैंट बोर्ड के सदस्य के घर पर ही लगा है टावर

Meerut। पूरे कैंट क्षेत्र में जहां सुरक्षा के मद्देनजर मोबाइल टावर लगाना बैन है लेकिन कैंट बोर्ड के ही एक सदस्य ने अपने कैंट स्थित घर पर मोबाइल टावर लगवाया हुआ है। बैठक में मामला सामने आने पर कैंट बोर्ड ने सदस्य को नोटिस भेजा दिया है। इस पर कैंट बोर्ड के सीईओ प्रसाद चव्हाण का कहना है कि बोर्ड बैठक में मामले को रखा गया था। नोटिस के बाद जो जवाब आता है उसके आधार पर आगे जांच करके कुछ हल निकाला जाएगा।

ह है मामला

गत 24 अगस्त को कैंट बोर्ड की बैठक के दौरान एक सदस्य ने दूसरे सदस्य के घर पर मोबाइल टावर लगे होने की जानकारी दी। इसके तुरंत बाद दोनों सदस्यों में गहमा-गहमी शुरू हो गई, जिसे कैंट बोर्ड अधिकारियों ने जैसे-तैसे शांत कराया। साथ ही मामले की जांच के आदेश संबंधित अधिकारी को दे दिए। कैंट बोर्ड की इस बैठक में एरिया सब कमांडर भी मौजूद थे। हालांकि कैंट बोर्ड सदस्य का कहना है कि 2006 में उसने टावर लगाने के लिए कैंट बोर्ड से पत्र द्वारा अनुमति मांगी थी।

टावर पर है प्रतिबंध

कैंट में पिछले कई सालों से मोबाइल टावर लगाने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। जिससे कैंटवासियों को मोबाइल नेटवर्क की समस्या का लगातार सामना करना पड़ता है। हालांकि पिछले कई माह से कैंट में कुछ जगहों पर मोबाइल टावर लगाने को लेकर कैंट बोर्ड अधिकारी व सेना के अधिकारियों के बीच बातचीत चल रही है। हो सकता है कि कैंटवासियों को दिवाली के आसपास क्षेत्र में नेटवर्क की सौगत मिल जाए।

सेना के पास अटकी फाइल

कैंट बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक कैंट में मोबाइल और काऊ टावर के लिए दो कंपनियों के आवेदन आए थे। जिसके बाद कुछ जरूरी प्रक्रिया के लिए कैंट बोर्ड ने सेना के अधिकारियों से सलाह और अनुमति मांगी थी। दरअसल, कैंट में सुरक्षा बड़ा मुद्दा है इसलिए सेना द्वारा प्रक्रिया में समय लग रहा है। जैसे ही सेना प्रक्रिया को आगे बढाएगी वैसे ही मोबाइल और काऊ टावर का काम कैंट में शुरू हो जाएगा।