पार्क रोड के होटल से एसटीएफ ने किया था अरेस्ट

एसपी क्राइम, विवेचक ने बातचीत कर ली जानकारी

GORAKHPUR: नेपाल के रास्ते बिना वैध दस्तावेजों के इंडिया में आने वाली यूक्रेन मॉडल से पूछताछ हुई। जेल में बंद मॉडल डारिया मोलचन से मिलकर पुलिस अधिकारियों ने विभिन्न सवालों के जवाब खोजने का प्रयास किया। बिना वीजा के भारत में आने और फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस पर हवाई यात्रा करने सहित कई सवालों का डारिया ने साफ-साफ कोई जवाब नहीं दिया। करीब तीन घंटे तक की पूछताछ के बाद एसपी क्राइम लौट गए। एसपी क्राइम आलोक शर्मा ने बताया कि विवेचना के क्रम में मॉडल से पूछताछ की गई है।

60 से अधिक सवालों के चाहिए थे जवाब

मंगलवार की दोपहर करीब ढाई बजे एसपी क्राइम आलोक शर्मा, सीओ, इंस्पेक्टर, महिला दरोगा संग जेल पहुंचे। जेल सुपरीटेनडेंट डा। रामधनी के आफिस में डारिया मोलचन को बुलाया गया। एक बार भारत में प्रवेश पर प्रतिबंध लगने के बावजूद दोबारा इंडिया में आने की वजह जानने का प्रयास पुलिस अधिकारियों ने किया। इंडिया में उसके मित्र, मोबाइल में मिली तस्वीरों के बारे में जानकारी लेने का प्रयास किया। डारिया ने एसपी को बताया कि तीन साल से वह भारत की यात्रा कर रही है। वर्ष 2017 में उसके इंडिया में आने पर ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया था। दिल्ली में रहने वाले उसके दोस्तों इमशान और सौरभ ने नेपाल के रास्ते उसे भारत में आने का इंतजाम कराया। उन्हीं लोगोंने फर्जी डीएल बनवाकर दिया था। ताकि वह फिर से नेपाल के रास्ते यूक्रेन लौट सके। अनुज पोद्दार ने उसे नेपाल पहुंचाने के लिए होटल में ठहराया था।

तीन घंटे की पूछताछ में उलझते रहे सवाल

कोर्ट की अनुमति लेकर जेल में डारिया से पूछताछ करने पहुंचे पुलिस अधिकारी हर सवाल का जवाब जानने का प्रयास करते रहे। तीन घंटे तक चली पूछताछ में पुलिस अधिकारियों ने 60 से अधिक बिंदुओं को डारिया के सामने रखा। दिल्ली और कोलकाता के अधिकारियों से लेकर उसके परिवार के संबंध में जानकारी लेने का प्रयास टीम ने किया।

इस तरह के सवाल

डारिया के परिवार में कितने सदस्य हैं। लोग क्या करते हैं।

वर्तमान में उसके परिवार के लोगों की लोकेशन क्या है।

इंडिया में आने की प्रमुख वजह क्या रही है।

उसके पास दो पासपोर्ट क्यों थे। डीएल किस तरह से बनवाया गया।

इंडिया में वह कहां-कहां जा चुकी है। किस-किस से उसकी मुलाकात हुई।

दिल्ली में कौन-कौन लोग उसके दोस्त हैं। फोन पर कौन से लोग बात करते रहते थे।

एजेंसी में काम के दौरान उसे कितने पैसे दिए जाते थे। उसे नेपाल में किसकी मदद मिली थी।

गोरखपुर में कितने लोग उसके मददगार हैं। वह बार्डर पार करके किस तरह से इंडिया में पहुंची।