इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच के जस्टिस देवी प्रसाद सिंह और जस्टिस एससी चौरसिया ने तीन वकीलों की एक पीआईएल पर अनोखी सुनवाई शुरू की है. हुआ यह कि तीन वकीलों ने जजों का ध्यान कुछ तस्वीरों की ओर दिलाया. उन्होने कहा कि यह हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं का अपमान है. बेंच ने बाकायदा सुनवाई के लिए 10 मई की तारीख तय की. इसमे कुछ अहम सवालों के जवाब मांगे गए हैं.

आस्ट्रेलियन बिकनी से इलाहाबाद हाईकोर्ट परेशान

जानिये आखिर माजरा क्या है 

आस्ट्रेलियन के एक न्यूजपेपर ने तस्वीरें छापी हैं जिनमें एक मॉडल बिकनी पहने है. इसपर आगे और पीछे हिंदू देवी लक्ष्मी की तस्वीर बनी है. वकीलों ने कहा कि न्यूजपेपर को ये पिच्चर्स पब्लिस नहीं करनी चाहिए थीं और इंडियन गवर्नमेंट को इस बारे में ऑस्ट्रेलिया गवर्नमेंट से बात करनी चाहिए.

क्या हैं ये सवाल

1.  क्या ये तस्वीरें भारतीय अखबार में छप सकती हैं और धार्मिक भावनाओं को आहत कर सकती हैं.

2. क्या विदेश मंत्रालय को विदेशी जमीन पर धार्मिक भावनाओं के मामले में दखलअंदाजी करनी चाहिए.

3. क्या भारतीय प्रेस परिषद मीडिया के लिए सही दिशानिर्देश तैयार कर सकती है.

4. क्या विदेशी जमीन पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के मामले में आपराधिक कानून के तहत कार्रवाई की जा सकती है.

इससे पहले भी हुआ था बवाल

आस्ट्रेलियन की स्विमवेयर बनाने वाली एक कंपनी ने गाडेस लक्ष्मी की पिच्चर्स वाली बिकनी तैयार की है. इस बिकीनी को पहनकर एक मॉडल ने रोजमाउंट आस्ट्रेलियन फैशन वीक रैंप वॉक किया था. लेकिन इंडियन कम्युनिटी के एजीटेसन के बाद कंपनी लीजा ब्लू स्विमवेयर ने हिंदू कम्युनिटी से माफी मांग ली थी.

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