- मुख्यमंत्री ने विदेश से लौटने के बाद की समीक्षा

- 31 अक्टूबर तक उपकरणों की स्थापना के निर्देश

LUCKNOW: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मेडिकल कॉलेजों सहित हर स्तर के सरकारी अस्पतालों में आवश्यक चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराने और इनके जरिए रोगियों का बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने छह शहरों में बन रहे मेडिकल कॉलेजों में आगामी 31 अक्टूबर तक अत्याधुनिक उपकरणों की स्थापना के निर्देश के साथ वहां संसाधनों की बढ़ोतरी को लेकर भी कई अहम फैसले लिए।

मेडिकल कॉलेजों की समीक्षा

मुख्यमंत्री मंगलवार को उच्च स्तरीय बैठक में विभिन्न राजकीय मेडिकल कॉलेजों के कार्यो की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कानपुर, आगरा, इलाहाबाद, झांसी, मेरठ तथा गोरखपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में आवश्यक उपकरणों जैसे सीटी स्कैन, एमआरआई मशीन इत्यादि की स्थापना, लोक सेवा आयोग से चयनित प्रवक्ताओं की ज्वाइनिंग, अधीनस्थ एवं लोक सेवा आयोग से विभिन्न पदों को भरने के लिए अनुरोध, असाध्य रोग नियमावली के तहत मेडिकल कॉलेजों में विभागाध्यक्ष स्तर पर समिति के गठन जैसे विषयों की समीक्षा भी की। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया कि लोक सेवा आयोग से जिन प्रवक्ताओं की संस्तुतियां प्राप्त हुई हैं, उनकी तैनाती का प्रस्ताव तत्काल मुख्यमंत्री कार्यालय भेजा जाए। संबंधित जनपद के सीएमओ द्वारा प्रवक्ताओं की ज्वाइनिंग से पूर्व मेडिकल परीक्षण करा लिया जाए। वहीं अधीनस्थ एवं लोक सेवा आयोग से संपर्क करके लंबित अधियाचनों विशेष रूप से नर्सिंग के पद को शीघ्र भरने का अनुरोध करें।

कानपुर मेडिकल कॉलेज की भी समीक्षा

कानपुर मेडिकल कॉलेज में एमआरआई मशीन की पीपीपी के आधार पर संचालन की अवधि समाप्त होने की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि तत्काल नई निविदा पर निर्णय लिया जाए। कानपुर मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य को निर्देशित किया कि यहां पर स्थापित किए जा रहे न्यूरोलॉजी सेंटर को हर हाल में दो सितम्बर तक शुरू कर दिया जाए। वहीं चिकित्सा शिक्षा विभाग को निर्देशित किया कि इस सेंटर के लिए आवश्यक पदों के सृजन की कार्यवाही अगले तीन सप्ताह में पूरी कर ली जाए। उन्होंने आईसीयू तथा अन्य इकाइयों में स्थापित किए गए उपकरणों को 25 जुलाई तक क्रियाशील करने के भी निर्देश भी दिए। इसी तरह अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी उपकरणों की स्थापना तथा अन्य जरूरी कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने को कहा।