- बच्चों के लिए पार्क के अलावा बनाया जाएगा मिनी जू

- फुटपाथ के साथ लोगों के लिए होगी बैठने की व्यवस्था

- स्मृति वन और बनाई जाएगी बोटिंग के लिए झील

- कुंडा के करीब 100 एकड़ लैंड में बनेगा फॉरेस्ट

- नगर निगम के साथ एमडीए की चल रही है बात

sharma.saurabh@inext.co.in

Meerut : मेरठ सिटी को स्मार्ट सिटी में तब्दील करने को मेरठ विकास प्राधिकरण ने अपने कदम तेजी से बढ़ा दिए हैं। जहां एक तरफ प्राधिकरण आईटी हब, एजुकेशनल हब, एयरपोर्ट एंक्लेव जैसे इंफ्रास्ट्रक्चरल प्रोजेक्ट्स लेकर आ रहा है, वहीं सिटी को हरियालीयुक्त करने में भी कदम पीछे नहीं हटा रहा है। इसलिए मेरठ में मॉर्डन फॉरेस्ट के कांसेप्ट को लेकर लाया जा रहा है। इस फॉरेस्ट में वो तमाम चीजें होंगी जो एक फॉरेस्ट के लिए जरूरी है। बस इसे मॉडर्नाइज्ड किया जाएगा।

क्00 एकड़ बनेगा मॉडर्न फॉरेस्ट

इस मॉडर्न फॉरेस्ट का एरिया करीब क्00 एकड़ में होगा। ये क्00 एकड़ की लैंड कुंडा में निकाली गई है। कुंडा में ये लैंड नगर निगम की है। प्राधिकरण और नगर निगम के बीच लैंड ट्रांसफर को लेकर मौखिक सहमति बन चुकी है। कागजी कार्रवाई जल्द शुरू हो जाएगी। अधिकारियों की मानें तो ये जगह इसलिए चुनी गई है, क्योंकि इतनी जगह पूरे शहर में और कहीं नहीं है। दूसरा, ये कि सिटी के थोड़ा नजदीक भी है। जो सोचा गया है वो यहां पर आसानी से इंप्लीमेंट किया जा सकता है।

पार्क के साथ मिनी जू भी

इस फॉरेस्ट को पूरी तरह से मॉडर्नाइज्ड तरीके से बसाया जाएगा। इसमें बच्चों के लिए एक एम्यूजमेंट पार्क भी डेवलप किया जाएगा। जिसमें कई तरह की राइड्स भी होंगी। ये पार्क एक पिकनिक स्पॉट की तरह भी यूज किया जा सकेगा। वहीं एक मिनी जू बनाने का भी प्लान है। इस जू में कई तरह के जानवरों कर रखा जाएगा। इस जू की खास बात ये होगी कि कि यहां मौजूद जानवरों को अडॉप्ट भी किया जा सकेगा। इसका मतलब ये है कि लोग किसी एक जानवर को अडॉप्ट कर उसके भरण पोषण का खर्चा उठा सकेंगे, लेकिन वो रहेगा जू में ही।

बनेंगे वॉकिंग पाथ

प्राधिकरण ऑफिशियल्स की मानें तो इस मॉडर्न फॉरेस्ट में लोगों की सैर के लिए वॉकिंग पाथ बनाएं जाएंगे। इस पाथ के साथ खूबसूरत फूलों की क्यारियां बनाई जाएंगी। ताकि आने वाली पब्लिक को यहां की खूबसूरती का भी अहसास हो। इसके लिए अलावा लोगों के लिए बैठने के लिए चेयर भी होंगी। ग्रुप में बैठने वालों के लिए अलग से बेंच डिजाइन की जाएंगी। वहीं एक या दो लोगों के लिए अलग बेंच होंगी।

ले सकेंगे बोटिंग का मजा

इस फॉरेस्ट में झील न हो ऐसा हो ही नहीं सकता। इसकी खूबसूरती में और चार चांद लगाने के लिए एक आर्टिफिशियल झील भी बनाने की तैयारी है। इस झील में पब्लिक बोटिंग का भी आनंद ले सकेंगे। इस झील में रंग बिरंगी मछलियों के अलावा बत्तख तैरती हुई नजर आएंगी। अधिकारियों की मानें तो सिटी की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक होगी।

स्मृति पार्क भी होगा डेवलप

इस फॉरेस्ट में पेड़ों को बढ़ावा देने के लिए लोगों के माध्यम से स्मृति पार्क को डेवलप किया जाएगा। इस पार्क की सबसे बड़ी खासियत ये होगी कि इसमें पब्लिक अपनों के नाम से पौधे लगा सकेंगे। इन पौधों को अपने आप सींच भी सकेंगे। साथ ही उनकी देखभाल की जिम्मेदारी भी उन्हीं की होगी। गौरतलब है कि नोएडा में इसी तरह का पार्क पहले से ही बना हुआ है। अधिकारियों की माने तो इस फॉरेस्ट बनने से सिटी में लोगों को घूमने के लिए एक नया स्पॉट भी बनेगा। मल्टीप्लेक्स और मॉल कल्चर में इस तरह के वातावरण को लोग भूलते जा रहे हैं। लोगों को पर्यावरण के नजदीक लाना ही उनका मेन मकसद है।

होगी कैफेटेरिया की व्यवस्था

इस फॉरेस्ट में लोगों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था होगी। वैसे पब्लिक अपने खाने-पीने का सामान खुद भी लेकर जा सकेंगे, लेकिन जो लेकर नहीं गए हैं, वो मौजूद कैफेटेरिया मे भी खाने लुत्फ ले सकेंगे। वो भी काफी सस्ते दरों पर। अधिकारियों के अनुसार यहां खाना प्योर ट्रेडिशनल होगा। फास्ट फूड को पूरी तरह से अवॉयड किया जाएगा। साथ ही यहां पर प्लास्टिक को पूरी तरह से बैन किया जाएगा। जो भी प्लास्टिक लेकर आएगा उस पर जुर्माना भी किया जाएगा। वहीं यहां पर गंदगी करने वालों पर भी दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

कुंडा में नगर निगम की क्00 एकड़ की जगह खाली है। जिसको लेकर निगम के अधिकारियों से बात चल रही है। वहीं पर ही मॉर्डन फॉरेस्ट बनाने की योजना है। इससे लोगों को एक घूमने के लिए स्पॉट मिलेगा साथ ही पब्लिक पर्यावरण के नजदीक भी आएगी।

- आईएस सिंह, चीफ इंजीनियर, एमडीए

ये होगा खास

- बच्चों के लिए एम्यूजमेंट पार्क।

- फॉरेस्ट में बनेगा मिनी जू।

- लोगों के घूमने को बनेगा वॉकिंग पाथ।

- झील में ले सकेंगे बोटिंग का मजा।

- पब्लिक को डिवोटिड बनेगा स्मृति पार्क।

- वॉकिंग पाथ के किनारों पर फूलों की क्यारियां।

- लोगों के लिए होगी बैठने की व्यवस्था।

- फॉरेस्ट में होगी कैफेटेरिया की व्यवस्था।