नरेंद्र मोदी ने की मीटिंग, मीटिंग के बाद ट्वीट किया

मॉनसून की कमी से निपटने के लिए किसानों को किस तरह की सहायता दी जाए, इस पर पीएम ने संबंधित विभागों के मनिस्टर्स के साथ शुक्रवार को मीटिंग की. बैठक के बाद मोदी ने ट्वीट किया है कि चर्चा नतीजे देने वाली थी. नए आइडिया से खेती और किसानों को कैसे मजबूती दी जाए इस पर बात हुई.

एग्रीकल्चर मिनिस्ट्री ने दिया गया प्रेजेंटेशन

बैठक में कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह, जल संसाधन मंत्री उमा भारती, रसायन और उर्वरक मंत्री अनंत कुमार और खाद्य मंत्री राम विलास पासवान थे. कृषि मंत्रालय की तरफ से स्थिति से निपटने के लिए के एक प्रेजेंटेशन दिया गया. इसमें 500 जिलों के लिए तैयार की गई प्लानिंग का जिक्र था.

क्या बातें हुईं बैठक में?

बैठक में मोदी ने साफ कर दिया कि किसी भी सूरत में खाद्य वस्तुओं के दाम नहीं बढ़ने चाहिए. दी ने लैब डू लैंड नीती का इस्तेमाल कर ते हुए मोदी ने कहा कि हर किसान को बीज दिए जाएं जो कम बारिश में ज्यादा उत्पादन करें. साढ़े तीन घंटे तक चली इन बैठक में देश में मंहगाई और कम मॉनसून से निपटने के उपायों पर बात की गई. इसके अलावा कालाबाजारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई. बैठक में यह सुझाव भी आया कि इस वक्त जितने कृषि उत्पाद मौजूद हैं, उनको सही तरीके से भंडार में रखा जाए. सबकी यही राय थी कि राज्यों से कहा जाए कि वे जमाखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और इस बारे में अपनी रिपोर्ट हर सप्ताह भेजें. पीएमओ इन सुझावों पर अब वित्त मंत्रालय के साथ मिलकर अंतिम फैसला लेगा.

Business News inextlive from Business News Desk