बीजेपी के प्रचार कैंपेन से सहमत नहीं

बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, 'मैं अपनी पार्टी के बारे में तो नहीं कहूंगा लेकिन जो इन दिनों हुआ है, वह सही नहीं हुआ है, नेगेटिव पॉलिटिक्स ठीक नहीं है. फर्जी फंडिंग के आरोप लगाना, जवाब आ जाना कि गिरफ्तार कर लो, इस तरह का कटुता भरा माहौल ठीक नहीं है. हमारा विरोधी हमारा दुश्मन नहीं है. अगर वे चुनाव लड़ रहे हैं तो हमारी शुभकामनाएं हैं.' उल्लेखनीय है कि बीजेपी ने अपने चुनाव प्रचार की शुरूआत ही अरविंद केजरीवाल पर हमले के रूप में की थी. इसके बाद बीजेपी ने लगातार अरविंद केजरीवाल के खिलाफ विज्ञापनों की एक सीरीज निकाली जिसे लेकर विवाद पैदा हुआ.

हर्षवर्धन होते बेहतर विकल्प

पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा ने किरण बेदी को सीएम कैंडीडेट बनाए जाने पर भी अपना बयान दिया. श्री सिन्हा ने कहा, 'दबी जुबान से हम भी ऐसी बातें सुनते हैं किरन बेदी को लेकर पार्टी में नाराजगी है. हर्षवर्धन होते तो अच्छा होता, उनका ट्रैक रिकॉर्ड भी अच्छा है. लेकिन पार्टी का फैसला अगर पार्लमेंट्री बोर्ड के जरिए होता और फैसले पर ठप्पा लग जाता तो अच्छा होता. लेकिन अब उतार दिया है तो हम उसकी सराहना करते हैं. चुनाव के नतीजे के बाद कार्यकर्ताओं की नाराजगी पर विचार होगा और जो भी डैमेज कंट्रोल हुआ उसे ठीक करने की कोशिश होगी.'

तो कप्तान होंगे जिम्मेदार

शत्रुघ्न सिन्हा ने दिल्ली विधानसभा चुनावों के संभावित नतीजों पर बोलते हुए कहा,'देश में हर तरफ आज हमारे नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता है. वह देश की इच्छा के प्रतीक हैं. वह डैशिंग हैं, विजनरी हैं, दबंग हैं, चारों तरफ उनका बोलबाला है. अब जब वह सामने आ गए हैं तो जाहिर है कि जनमत संग्रह माना जाए या न माना जाए, लेकिन जहां भी वह होंगे तो जाहिर है कि सबसे पहले निगाह उन्हीं पर जाएगी क्योंकि कप्तान हैं वह. हां, यह भी सही है कि दिल्ली का चुनाव है, मुख्यमंत्री का चुनाव है.' गौरतलब है कि अमित शाह ने हाल ही में कहा है कि दिल्ली प्रधानमंत्री पद का चुनाव नहीं है. ऐसे में इन चुनावों के नतीजों को मोदी सरकार पर जनमत संग्रह नहीं माना जा सकता है. इसके साथ ही वेंकैया नायडु ने भी यही बात कही है.

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