-लखनऊ का वेटिंग रूम बनने की वजह से गोरखपुर में सुस्त हुई रफ्तार

-गोरखपुर जंक्शन पर चल रहा है मॉडिफिकेशन

-आईआरसीटीसी को मिला है जिम्मा

GORAKHPUR: गोरखपुर जंक्शन पर स्टेशन जैसी फैसिलिटी का मजा लेने के लिए अभी गोरखपुराइट्स को इंतजार करना पड़ेगा। जंक्शन पर चल रहे कंस्ट्रक्शन वर्क पर लखनऊ के पेंच से गोरखपुर की राह तंग हो गई है। गोरखपुर और लखनऊ जंक्शन स्थित रिटाय¨रग रूम और डारमेट्री को साथ-साथ रिपेयर करने की वजह से प्रियॉरिटी लखनऊ को दे दी गई, जिससे गोरखपुर में रिटायरिंग रूम और डॉरमेट्री बनाने की स्पीड कम हो गई। अब जब लखनऊ का काम कंप्लीट हो गया है, तो गोरखपुर में इसका काम तेजी पकड़ेगा और अब यहां के काम की रफ्तार भी बढ़ेगी। मगर इस पेंच की वजह से गोरखपुराइट्स को अभी कुछ माह इंतजार करना पड़ेगा।

कमरे में ही मिलेगा सभी कुछ

रिटाय¨रग रूम और डॉरमेट्री को एडवांस होटल की तरह एसी और सभी सुविधाओं से लैस किया जा रहा है, जिससे पैसेंजर्स को स्टेशन से बाहर नहीं जाना पड़े। बुक होने वाले इन कमरों में पैसेंजर्स के लिए लजीज नाश्ता और गरमा-गरम खाना तो मिलेगा ही, वहीं मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। सामने टीवी और टेबल पर पत्र-पत्रिकाएं रखने की भी तैयारी की गई है। इतना ही नहीं रूम सर्विस की व्यवस्था भी होगी और होटलों की तर्ज पर घंटी बजते ही रूम अटेंडेंट भी सामने सेवा के लिए मौजूद रहेगा।

पहले नहीं थी फैसिलिटी

पहले रेलवे के रिटाय¨रग रूम की बात करें तो यह ट्रेडिशनल और एकदम कॉमन से होते थे। जिसमें पैसेंजर्स को सिर्फ ठहरने की व्यवस्था थी। खाने-पीने और मनोरंजन की कोई सुविधा नहीं होती है। ठहरने के अलावा दूसरी फैसिलिटी के लिए उन्हें बाहर की राह पकड़नी होती थी। इंडियन रेलवे कैट¨रग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आईआरसीटीसी) रिटाय¨रग रूम और डारमेट्री को अपग्रेड करने के लिए लिया है, जिसका निर्माण काफी दिनों से चल रहा है।

गोरखपुर में कुल 23 कमरे

गोरखपुर जंक्शन पर कुल 23 कमरे हैं। 17 रिटाय¨रग रूम के लिए हैं। बाकी छह बड़े कमरे डारमेट्री के लिए बुक होते हैं। डॉरमेट्री के लिए 52 बेड हैं। चार माह पहले टिकटों की बुकिंग के साथ रिटाय¨रग रूम भी ऑनलाइन बुक होते हैं।

इनका हो रहा कायाकल्प

-डारमेट्री नंबर 136

-एसी वेटिंग रूम नंबर 138 और 139

-डॉरमेट्री नंबर 140

-एसी वेटिंग नंबर 141 और 142

-डारमेट्री नंबर 43

वर्जन

लखनऊ का काम कंप्लीट हो गया है, अब गोरखपुर में तेजी से काम कराया जा रहा है। इस महीने दो रूम कंप्लीट कर लिए जाएंगे। वहीं अक्टूबर तक फ‌र्स्ट फेज का वर्क कंप्लीट कर लिया जाएगा, जिससे पैसेंजर्स को इसका फायदा मिलने लगे।

- अश्रि्वनी कुमार श्रीवास्तव, सीआरएम, आईआरसीटीसी