पांच इंच की स्क्रीन वाले इस एंड्रॉयड फोन में सिंगल-कोर 1 Ghz का प्रोसेसर है. मोगू के S1 फैबलेट के पीछे 2 मेगापिक्सल का कैमरा है साथ ही, ब्लूटूथ, जीपीएस, वाईफाई और 2,000 mAh बैटरी है.

मोगू समेत 40 चीनी कंपनियों ने भारतीय बाज़ार में अपने सस्ते स्मार्टफोन और फैबलेट लाने के लिए एक भारतीय कंपनी ‘एंड्रॉयडगुरूज़’ के साथ करार किया है.

एंड्रॉयडगुरूज़ के ग्लोबल स्ट्रैटेजिस्ट विवेक देशपांडे ने बीबीसी को बताया, “हम ऐसा कर पा रहे हैं क्योंकि जब हम किसी वितरक का इस्तेमाल नहीं करेंगे तो कमीशन नहीं देना होगा, ना ही मार्केटिंग पर पैसे खर्च करेंगे, यही हमारे मोबाइल को सस्ते में बेचने में मदद करेगा.”

फैबलेट या दूसरे शब्दों में कहें तो वह फोन जो मोबाइल से बड़ा हो और टैबलेट से छोटा. मोबाइल फोन के बाज़ार पर नज़र रखनेवाले रजत अग्रवाल का मानना है कि कम दाम के ऐसे फैबलेट और स्मार्टफोन बाज़ार में आते रहते हैं.

रजत ने बीबीसी को बताया, “मैं ऐसे कई फोन इस्तेमाल कर के देख चुका हूं कि इनके बारे में जो कहा जाता है वो असल इस्तेमाल में खरा नहीं उतरता, अक्सर इनकी बैटरी एक से दो घंटे तक ही चलती है. प्रोसेसर क्वॉडकोर होने के बावजूद डुअल-कोर से भी धीमा रहता है और कैमरा ज़्यादा मेगापिक्सल का होने पर भी कमज़ोर कैमरा सेंसर जैसी तकनीकी खामियों की वजह से तस्वीर साफ नहीं आती.”

भारतीय बाज़ार में एंड्रॉयडगुरूज़ की तरफ से लाए जा रहे फैबलेट और स्मार्टफोन्स में से चुनिंदा की जानकारी और उस पर विशेषज्ञ की राय हम पेश कर रहे हैं.

आईओशन X7 फैबलेट

 3,500 रुपए में फैबलेट!

पांच इंच की स्क्रीन वाले इस फैबलेट में MT6589 क्वॉड-कोर प्रोसेसर है.

32GB ROM के साथ-साथ इसमें 13 मेगापिक्सल का कैमरा है.

भारतीय बाज़ार में इस एंड्रॉयड फैबलेट की कीमत 10,000 रुपए होगी.

यूमी X-2 स्मार्टफोन
3,500 रुपए में फैबलेट!

पांच इंच की स्क्रीन वाले इस फोन में MT6589 क्वॉड-कोर प्रोसेसर है.

फोन में 32GB ROM यानी स्टोरेज की क्षमता और 2GB RAM यानी हार्डवेयर और ऐप्लिकेशन चलाने की क्षमता है.

13 मेगापिक्सल कैमरा वाले इस एंड्रॉयड फोन की कीमत 14,000 रुपए होगी.

जियाऊ G4 स्मार्टफोन

3,500 रुपए में फैबलेट!

4.7 इंच की स्क्रीन वाले इस फोन में MT6589 1.2G क्वाड-कोर प्रोसेसर है.

इसमें 3 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा, 13 मेगापिक्सल बैक एचडी कैमरा और दो सिम कार्ड लगाने का प्रावधान है.

3,000 mAh रिचार्जेबल बैटरी वाले इस फोन की कीमत 15,000 रुपए होगी.

ज़ोपो ZP950 फैबलेट

3,500 रुपए में फैबलेट!

5.7 इंच की स्क्रीन वाले इस फैबलेट की स्क्रीन एचडी है.

MT6577 डुअल कोर प्रोसेसर वाला ये एंड्रॉयड फोन 3G इंटरनेट तकनीक पर चल सकता है.

2 मेगापिक्सल फ्रंट कैमरा, 8 मेगापिक्सल बैक कैमरा और एलईडी फ्लैशलाइट वाले इस फैबलेट की कीमत 16,000 रुपए होगी.

विशेषज्ञ की राय

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण यानी ट्राई के मुताबिक भारत में 92 करोड़ मोबाइल कनेक्शन हैं.

इंटरनेशनल डाटा कॉर्पोरेशन के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक भारत में 38 प्रतिशत लोग ‘सैमसंग’, 15.5 प्रतिशत लोग ‘ऐप्पल’ और 7.3 प्रतिशत लोग ‘नोकिया’ कंपनी के मोबाइल इस्तेमाल करते हैं.

"इनके बारे में जो कहा जाता है वो असल इस्तेमाल में खरा नहीं उतरता, अक्सर बैटरी एक से दो घंटे ही चलती है, प्रोसेसर क्वॉडकोर होने के बावजूद डूअल-कोर से भी धीमा रहता है."

रजत अग्रवाल, मोबाइल फोन मामलों के विशेषज्ञ

रजत अग्रवाल कहते हैं कि सस्ते स्मार्टफोन या फैबलेट मध्यम वर्ग के निचले तबके को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं, “ये महंगे स्मार्टफोन ख़रीद नहीं सकते पर उन्हें रखने के इच्छुक हैं, इन्हें ब्रैंड से या क्वालिटी से भी कम फर्क पड़ता, पर दाम बहुत मायने रखता है.”

रजत के मुताबिक लावा, कार्बन और माइक्रोमैक्स जैसी कई भारतीय कंपनियां भी अपने फोन चीन में ही बनवाती हैं और भारतीय बाज़ार के इसी तबके को केन्द्र में रखती हैं.

कंपनी का दावा है कि उनकी योजना के मुताबिक वो अपने मोबाइल सीधा फैक्टरी से दुकान तक लाएंगे जिससे फोन का दाम कम रखने में मदद मिलेगी.

‘एंड्रॉयडगुरूज़’ के मुताबिक इसी महीने के आखिर में ये फोन दिल्ली में बिकने लगेंगे औऱ आनेवाले दिनों में मुंबई और बैंगलोर में उतारे जाएंगे.

रजत के मुताबिक एक ही शोरूम में ढेरों कंपनियों के फोन होने की वजह से उपभोक्ता को हर दाम का फोन मिलेगा जो ज़्यादा लोगों को आकर्षित कर सकता है.

इन्हें ऑनलाइन या ‘एंड्रॉयडगुरूज़’ की दुकानों से ख़रीदा जा सकेगा. दुकानों में ख़रीद के बाद ‘आफ्टर-सेल सर्विस’ की सुविधा दिए जाने का दावा भी किया गया है.

 

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