-कैंट में चलते ऑटो में हुई वारदात, पब्लिक ने ड्राइवर को पीटकर किया पुलिस के हवाले

-अवंतीबाई कॉलेज की छात्रा से भी छेड़छाड़, पब्लिक ने की मनचले की पिटाई,

BAREILLY: ऑटो में सफर करने वाली ग‌र्ल्स व महिलाओं के लिए यह खबर डरावनी है, क्योंकि ऑटो उनके लिए रात में ही नहीं दिन में भी सेफ नहीं रह गए हैं। कैंट एरिया में स्कूल जा रही पॉलीटेक्निक छात्रा को चलते ऑटो में ड्राइवर ने मोबाइल पर अश्लील फिल्म दिखाकर छेड़छाड़ की। जब छात्रा ने ऑटो रोकने के लिए कहा तो उसने ऑटो की स्पीड तेज कर दी। छात्रा के शोर मचाने पर स्कूटी सवार ने रास्ता रोका और छात्रा को बचाया। पब्लिक ने ड्राइवर की जमकर पिटाई कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने छेड़छाड़ और अपहरण की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन इससे पहले पुलिस पर परिजनों को ही धमकाने के आरोप लगे हैं। वहीं अवंतीबाई कॉलेज के सामने छात्रा से छेड़छाड़ पर मनचले की जमकर पिटाई की गई। एक अन्य छात्रा ने मनचले के डर से स्कूल जाना छोड़ दिया है।

रोकने को बोला तो दौड़ाया ऑटो

सदर कैंट की रहने वाली युवती जीटीआई सीबीगंज में पॉलीटेक्निक सेकंड ईयर की छात्रा है। वह कॉलेज टाइम से पहले सीबीगंज में ही एक घंटे की कोचिंग पढ़ती है। रोजाना की तरह वह सुबह घर से कॉलेज जाने के लिए निकली थी। मदारी पुलिया से वह ऑटो में सवार हुई। जैसे ही ऑटो युगवीणा से आगे पहुंचा कि तभी ड्राइवर ने मोबाइल पर अश्लील फिल्म चलानी शुरू कर दी। इस पर उसने नीचे उतरने के लिए ऑटो रोकने के लिए बोला तो ड्राइवर ने ऑटो भगा दिया और बोला कि चौकी चौराहा पर ही उतारूंगा। ऑटो न रोकने पर उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर वहां से गुजर रहे स्कूटी सवार ने ऑटो के आगे स्कूटी लगा दी। ऑटो ड्राइवर ने स्कूटी को टक्कर मार दी, जिसके बाद लोग इकट्ठा हो गए और कॉलोनी से महिलाएं भी आ गई। पब्लिक ने ड्राइवर की जमकर पिटाई की और पुलिस को सूचना दे दी। छात्रा के फोन पर उसके परिजन भी मौके पर पहुंच गए।

थाने लेकर पहुंची पीआरवी

मौके पर पहुंची पीआरवी में तैनात पुलिसकर्मी छात्रा और ऑटो ड्राइवर को थाने लेकर पहुंच गए। ऑटो ड्राइवर को पब्लिक ने बेरहमी से पीटा था, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई थी। थाना पुलिस ने घायल ड्राइवर चांद मोहम्मद निवासी मोहनपुर गौटिया को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट कराया है। पुलिस ने ऑटो कब्जे में ले लिया है। बताया जा रहा है कि ऑटो इस एरिया में कम ही चलता था।

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परिजनों को ही पुलिस ने धमकाया

महिलाओं के साथ वारदात को लेकर पुलिस को संजीदा रहने के साथ ही अच्छा व्यवहार करना के निर्देश हैं। इस मामले में थाना प्रभारी का रवैया नकारात्मक रहा। वह घबराई छात्रा को ढांढस बंधाने की बजाय डराने लगे। कहने लगे कि ड्राइवर ने गलत हरकत की तो मारने की क्या जरूरत थी। पुलिस को सौंप देना चाहिए था। अधिक पिटाई से ड्राइवर की यदि डेथ हो गई तो लेने के देने पड़ जाएंगे। पिटाई को लेकर कानूनी पचड़े में फंसने के डर से छात्रा के परिजन भी एकबारगी घबरा गए। यही नहीं छात्र की तहरीर पर एफआईआर दर्ज करने में भी पुलिस आनाकानी कर रही थी। यही वजह रही कि एफआईआर काफी देर से दर्ज की गई।

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मैं चिल्लाती रही लेकिन नहीं रोका ऑटो

छात्रा वारदात के बाद बहुत घबरायी हुई है। वह मौके पर काफी देर तक रोती रही। जब थाने में परिजन पहुंचे तो वह उनके गले लग कर रोने लगी। पुलिस ने जब मौका वारदात पर उसे चलने के लिए कहा, तो वह डर के चलते नहीं जाना चाह रही थी। छात्रा ने रोते हुए आपबीती सुनाई। मैं घर से निकली और मदारी की पुलिया के पास पहुंची। मैं हमेशा शेयरिंग ऑटो में जाती थी। पुलिया के पास दो ऑटो खड़े थे। एक ऑटो में तीन-चार युवक बैठे थे, जो सिगरेट पी रहे थे। मुझे लगा कि यह ऑटो सेफ नहीं है। जिसके चलते मैं दूसरे ऑटो में बैठ गई। उस ऑटो में कोई सवारी नहीं थी। मुझे लगा कि ऑटो ड्राइवर सवारियां बैठाने पर चलेगा, लेकिन उसने अकेले ही ऑटो चला दिया। कुछ देर बाद उसने मोबाइल में अश्लील फिल्म चला दी। मैंने इधर-उधर चेहरा किया तो वह मोबाइल मेरी तरफ ही करने लगा। मैनें कहा कि भइया मुझे आपके ऑटो में नहीं जाना, आप ऑटो रोक दीजिए। ऑटो वाला बोला कि चौकी चौराहा के लिए बैठी हैं तो चौकी चौराहा ही छोडूंगा। मैंने कहा कि मुझे नहीं जाना है तो उसने ऑटो तेज भगाना शुरू कर दिया। मैंने शोर मचाया तो रास्ते से गुजर रहे लोगों ने ऑटो को रोकने की कोशिश की। एक स्कूटी वाले भइया ने रोकने की कोशिश की तो स्कूटी में टक्कर मार दी। टक्कर लगने पर ऑटो रुक गया तो अन्य लोग आ गए। पास में कॉलोनी से महिलाएं भी आ गई और ड्राइवर की पिटाई कर दी। उसने बाद लोगों ने 100 नंबर पर फोन कर दिया। मैंने फोन कर भाइयों को बुला लिया। उसके बाद पुलिस पहुंची और मुझे व ड्राइवर को थाने लेकर आ गई।

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अनजान स्कूटी वाले दिखाई हिम्मत

एक बार फिर छात्रा बड़ी वारदात का शिकार हो जाती यदि अनजान स्कूटी वाला उसकी मदद के लिए नहीं आता। दरअसल, जिस एरिया में वारदात हुई, वहां कुछ एरिया काफी सुनसान है। जब छात्रा ऑटो वाले से बचने के लिए चीख रही थी अनजान स्कूटी वाले ने ही हिम्मत दिखाई। उसने ऑटो वाले को रुकने के लिए कहा, लेकिन जब अॅाटो वाला नहीं रुका तो उसने ऑटो के आगे स्कूटी लगा दी। जिससे ऑटो रुक गया। उसकी हिम्मत देखकर अन्य लोग भी आ गए और फिर ऑटो ड्राइवर को बाहर निकालकर उसकी पिटाई की और पुलिस बुला ली। स्कूटी सवार थाने भी पहुंचा, लेकिन बाद में वह चला गया। जिस जगह पर ऑटो रुका वहां पर कॉलोनी भी है। छात्रा के साथ वारदात देखकर आसपास की महिलाएं भी इकट्ठा हो गई। जब पुलिस ने महिलाओं से जाकर पूछताछ की तो उन्होंने भी वारदात होने की पुष्टि की।

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ऑटो वाले नहीं गुंडे कहें इन्हें

छात्रा के साथ जिस ऑटो में वारदात हुई है। उस तरह के ऑटो ड्राइवर को गुंडे ही कहें तो कोई गलत नहीं होगा। क्योंकि ड्राइवर ने ऑटो को इस तरह से ही अंदर से सजा रखा था। उसने पिछली सीट पर आई लव यू लिखा था। आगे भी शीशे पर लिखा था कि देखो मगर प्यार से। ऑटो की सीट को इस तरह से सजाया था कि जैसे कोई बेडरूम को सजाता था। ऑटो में डेक लगी हुई थी। इस तरह का कोई अकेला ऑटो नहीं है, इस तरह के अधिकतर ऑटो मिल जाएंगे। ऑटो ड्राइवर तेज आवाज में साउंड भी बजाते चलते हैं, जिससे सभी यात्रियों को परेशानी होती है। यदि कोई ऑटो में महिला बैठी हो तो फूहड़ व अश्लील गाने भी चलाते हैं लेकिन महिलाएं मजबूरी व शर्म के चलते कुछ नहीं बोलती हैं।

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पुलिस वेरिफिकेशन सिर्फ खानापूर्ति

ऑटो-टैंपो में जब भी कोई वारदात होती है तो पुलिस सिर्फ वेरिफिकेशन के नाम पर खानापूर्ति ही करती है। ऑटो ड्राइवर्स का वेरिफिकेशन और उन्हें वर्दी पहनाने के कई बार अभियान चले लेकिन सिर्फ कुछ दिनों बाद सब ठप हो जाता है। कैंट एरिया में ही 13 महीने पूर्व इंजीनियर की पत्‍‌नी व टीचर के साथ ऑटो ड्राइवर ने चलते ऑटो में रेप की कोशिश की थी और विरोध करने पर उसका बैग लूट लिया था। टीचर ने ऑटो से कूदकर जान बचाई थी। इस वारदात के बाद ऑटो ड्राइवर्स के पुलिस वेरिफिकेशन के बड़े-बड़े दावे किए गए थे। अप्रैल लास्ट में कैंप लगाकर अभियान भी चलाया गया था। अभियान के दौरान पता चला था कि 2400 से अधिक ड्राइवर के पास ड्राइविंग लाइसेंस ही नहीं थे। अभियान के तहत ऑटो के अंदर और बाहर स्टीकर चस्पा किए गए थे। जिसमें ऑटो की पूरी डिटेल के साथ ड्राइवर की पूरी डिटेल लिखी हुई थी। स्टीकर पर यूनिक नंबर लगाया गया था। ताकि तुरंत ऑटो व ड्राइवर की पूरी कुंडली निकल आए। करीब 800 ऑटो में स्टीकर भी लगे, कुछ ने वर्दी भी पहनी लेकिन उसके बाद ड्राइवर से ही 50 रुपए वसूलने के आरोप लगने के बाद अभियान ठंडे बस्ते में चला गया।

ऑटो में हुइर् वारदातें

-कांधरपुर कैंट में चलते ऑटो में टीचर से रेप की कोशिश, बैग लूटा

-नकटिया में चलते ऑटो में महिला के साथ गैंगरेप

-सुभाषनगर में ऑटो में कॉलगर्ल का अपहरण कर हत्या

-कोतवाली एरिया में चलते ऑटो से कूदकर छात्रा ने बचाई थी जान

-कैंट एरिया में चेकिंग के दौरान ड्राइवर के पास से मिला था तमंचा

-किला में चलते ऑटो में सवारी बनकर महिलाओं की चेन लूटी

-सैटेलाइट के पास चलते ऑटो में युवक से सवारी बनकर लूट

ऑटो में छात्रा से छेड़छाड़ की वारदात हुई है। छेड़छाड़ व अपहरण में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। परिजनों को धमकाने के आरोप की जांच की जाएगी। आरोपी को गिरफ्तार कर कार्रवाई की जा रही है।

रोहित ंिसंह सजवाण, एसपी सिटी

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कॉलेज के सामने छात्रा का पकड़ा हाथ

अवंतीबाई कॉलेज के सामने दिनदहाड़े छात्रा के साथ मनचले ने छेड़छाड़ की। उसका हाथ पकड़कर अश्लील हरकत की। विहारमान नगला निवासी छात्रा रानी अवंतीबाई डिग्री कॉलेज में बीए फाइनल ईयर की छात्रा है। वह वेडनेसडे को गृह विज्ञान का पेपर देने आयी थी। जैसे ही वह कॉलेज के पास पहुंची तो वहां पहले से मौजूद मुशाहिद खां निवासी विहारमान नगला ने उसका रास्ता रोक लिया और छेड़छाड़ शुरू कर दी। जब छात्रा ने शोर मचाया तो पब्लिक ने पकड़कर उसकी पिटाई कर दी। इसी दौरान छात्रा के चचेरे भाई भी आ गए और पुलिस बुलाकर उसे हवाले कर दिया। बारादरी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

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शोहदों के डर से स्कूल जाना छोड़ा

बारादरी के दुर्गा नगर निवासी छात्रा ने शोहदों के डर से स्कूल जाना छोड़ दिया है। छात्रा ने बताया कि वह 9 मार्च को स्कूल जा रही थी तो मोहल्ले के 4 युवकों ने उसका रास्ता रोक लिया और उसके साथ छेड़छाड़ की। शोर मचाने पर मोहल्ले वाले आ गए और उसे बचाया। उसके बाद आरोपियों ने उसे व परिजनों को जान से मारने की धमकी दी है। वेडनसडे को छात्रा ने एसएसपी ऑफिस में शिकायत की है।