वीडियो ग्राफी व दो डॉक्टरों के पैनल की मौजूदगी में हुआ पोस्टमार्टम

PRAYAGRAJ: सुहागरात के दिन पति के कमरे में फांसी लगा कर जान देने वाली मोना की मौत की पहेली अब शायद कभी नहीं सुलझेगी। बुधवार को वीडियोग्राफी के बीच दो डॉक्टरों के पैनल ने बॉडी का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे मायके व ससुराल पक्ष के लोग भी सुसाइड की वजह नहीं बता सके। दोनों पक्षों की सहमति पर पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया।

शिवकुटी क्षेत्र का मामला

शिवकुटी थाना क्षेत्र के महाबीरपुरी मोहल्ला निवासी अशोक का बेटा अमित सिंह एमएनएनआईटी मेस में संविदा कर्मचारी है। अमित की शादी बिहार के रामपुर गंगोली सीतामढ़ी निवासी नरेंद्र सिंह की बेटी मोना सिंह से शहर के वृंदावन गार्डेन में इसी दो मार्च को हुई थी। अशोक के अनुसार तीन को विदाई हुई। चार मार्च की रात बेटा अमित व बहू दोनों एक कमरे में थे। सुबह मोना साड़ी के सहारे पंखे के चुल्ले से फांसी पर लटकती मिली।

रिश्तेदारों के दबाव में हुई थी शादी

मोना के ससुराल व मायके पक्ष के लोग पहले से ही रिश्ते में हैं। पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद मायके पक्ष के लोगों ने बताया कि शादी रिश्तेदारों के दबाव में जल्दबाजी में हुई थी। इससे ज्यादा कोई कुछ बता नहीं सका। घटना किसी के गले से नीचे नहीं उतर रही। लोगों को यह तथ्य गले से नीचे नहीं उतर रहा है कि पति के मौजूद रहते पत्‍‌नी ने सुहागरात के दिन फांसी लगा ली और उसे कुछ भनक ही नहीं लगी।