-पार्टनर के रूप में बंटी से जुड़ गया था सनी

-मुकदमा दर्ज कर दो टीम कर रही तलाश

GORAKHPUR: तिवारीपुर एरिया के रामदत्तपुर मोहल्ला निवासी आरएमएस के कैजुअल कर्मचारी सनी चौरसिया का मर्डर रुपए के लेनदेन में हुआ था. बदमाशों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी है. एसएसपी के निर्देश पर पुलिस की दो टीम अभियुक्तों की तलाश कर रही हैं. मुख्य आरोपी विकास उर्फ बंटी की नात-रिश्तेदारों के वहां भी पुलिस छापेमारी कर चुकी है. एसपी सिटी ने बताया कि आरोपियों की तलाश की जा रही है. जल्द उनकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी. उधर, सनी के मर्डर के बाद एक बार फिर से सूदखोरों का मामला सामने आया है. शहर में कुकुरमुत्ते की तरह फैले सूदखोरों के लिए सैकड़ों मनबढ़ काम कर रहे हैं.

रुपए के विवाद में सनी और बंटी में ठनी

सोमवार रात करीब साढ़े आठ बजे रामदत्तपुर मोहल्ला निवासी सनी चौरसिया को बुलाकर बंटी यादव अपने साथ ले गया. मोहल्ले से कुछ दूर ले जाकर अपने साथियों संग मिलकर उसके सिर में गोली मार दी. ताबड़तोड़ चाकुओं से हमला कर बदमाश फरार हो गए. सनी का बीच बचाव करने के चक्कर में फुफेरा भाई प्रशांत भी घायल हो गया. पुलिस को कोई सूचना दिए बिना परिजन बंटी को जिला अस्पताल लेकर चले गए. वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मोर्चरी में डेडबॉडी रखवाने के बाद चुपचाप परिजन घर जाने लगे. अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पुलिस पहुंची. लेकिन हमलावरों के डर से काफी देर तक परिजन कुछ भी बताने से इंकार करते रहे. बाद में पता लगा कि रुपए के विवाद में सनी की हत्या की गई है. बंटी और सनी में पहले काफी पटती थी. बाद में रुपए के चक्कर में टशन बढ़ती चली गई. मामला इस अंजाम तक पहुंच जाएगा. इस बात की आशंका किसी को नहीं थी.

चैनल बनाकर शहर में चला रहे सूद का कारोबार

सनी चौरसिया मर्डर की जांच में पुलिस को पता लगा है कि बंटी यादव शहर में सूद का कारोबार करता है. वह कुछ लोगों से ब्याज पर रुपए उठाकर अपने नेटवर्क के जरिए पैसे बांटता और वसूली कराता है. सनी चौरसिया की बंटी से जान पहचान थी. तीन-चार लोगों को सनी के कहने पर बंटी ने रुपए उधार दे दिए जिसकी ब्याज सहित वसूली की जिम्मेदारी सनी की थी. शुरूआत में सनी ने रुपए वसूल लिए लेकिन बाद में वह किनारा कसने लगा. इस बात को लेकर एक हफ्ते पूर्व बंटी और सनी के बीच मारपीट हुई थी. तब कुछ दिनों की मोहल्लत पर बात खत्म हो गई. लेकिन जब एक हफ्ता बीता तो रुपए की बात को लेकर फिर विवाद हुआ. जिसमें सनी को अपनी जान गंवानी पड़ गई. इस दौरान यह बात सामने आई कि अवैध ढंग से सूद के कारोबार चेन सिस्टम से चल रहा है.

इस तरह चैनल पर चलता कारोबार

शहर में सूद के रजिस्टर्ड कारोबारियों की तादाद बेहद कम है.

उनसे से रुपए उधार लेकर अन्य लोगों में बांटने वालों की तादाद अधिक है.

कमीशन पर ब्याज वसूली का कारोबार करने के लिए तमाम युवा जुड़ते हैं.

दबंग और मनबढ़ किस्म के लोगों को सूद कारोबारी अपने साथ जोड़ रहे.

कम मेहनत में लाखों रुपए की आय के लालच में मनबढ़ युवक तेजी से जुड़ रहे हैं.

शहर में करीब 450 लोग बड़े पैमाने पर अवैध रूप से सूद का कारोबार कर रहे हैं.

सूद के कारोबारियों के उत्पीड़न की शिकायत पर पुलिस कोई कार्रवाई करती.

मूल कारोबारी से दो से तीन प्रतिशत ब्याज पर रुपए लेकर 10 से 12 प्रतिशत पर कारोबार

दबंगों को सूद कारोबारी अपने मुनाफे से दो से तीन फीसदी का मेहनताना देते हैं.

वर्जन

हत्यारोपियों की तलाश में पुलिस की दो टीमें लगाई गई हैं. रुपए के लेनदेन के विवाद में सनी की हत्या हुई. सूद के कारोबार से जुड़े होने को लेकर जांच पड़ताल की जा रही है.

विनय कुमार सिंह, एसपी सिटी