कभी मरीजों को काटकर तो कभी उनके जरुरत के सामान को चुराकर यह जानवर पहले से ही परेशानी मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए दुखदायी साबित हो रहे हैं। वेडनसडे को ऑर्थोपेडिक्स वार्ड में एडमिट पेशेंट्स की दवाईयां चूहे ले गए। शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

ले गए मेडिसिन

मेडिकल कॉलेज में मरीजों और उनके तीमारदारों से ज्यादा वहां पर चूहे और बंदरों की तादाद ज्यादा दिखती है। मेडिकल कॉलेज में पैर रखते ही बंदर आपको एस्कोर्ट करेंगे। इसके बाद वार्ड में आते ही चूहों के दर्शन हो जाएंगे, जो आपको अपनी सुरक्षा खुद करने के लिए आगाह कर देते हैं। इसके बाद जब आपका इलाज शुरू होगा तो अव्वल दवाईयां आपको कॉलेज से नहीं मिलेंगी, अगर मिल भी गईं तो उन्हें चूहे चट कर जाएंगे। वेडनसडे को ऑर्थोपेडिक वार्ड में चूहों ने एक पेशेंट की महंगी दवाईयां ही नदारद कर दीं।

चूहों से परेशान होकर पेशेंट्स ने कॉलेज एडमिनस्ट्रिेशन से इसकी शिकायत की है। ओर्थोपेडिक्स वार्ड में एडमिट पेशेंट्स चूहों से परेशान हो चुके हैं। कभी चूहे इन पेशेंट्स का प्लास्टर काट जाता है तो कभी खाने का सामान उठा ले जाते हैं।

नहीं हुई सुनवाई

चूहों से परेशान होकर पेशेंट्स और अटेंडेंट ने एसआईसी से शिकायत की है। इसके बाद भी अभी तक कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन ने चूहों से निजात पाने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए हैं। यह चूहे एडमिट पेशेंट्स का हर तरीके से नुकसान कर रहे हैं। एसआईसी डॉ। अजय अग्रवाल के मुताबिक जल्द ही चूहों को भगाने के लिए सभी वाड्र्स में दवा डाली जाएगी।